फार्मा उद्योग को नई मज़बूती: हरिद्वार में R.GMP ट्रेनिंग सेशन का आयोजन
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
उत्तराखंड के फार्मा उद्योग को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप मजबूत बनाने की दिशा में हरिद्वार में एक महत्वपूर्ण पहल देखने को मिली। ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती के नेतृत्व में ISHRE इंजीनियर्स की विशेषज्ञ टीम द्वारा रिवाइज्ड जीएमपी (Revised GMP) और एचवीएसी (HVAC) सिस्टम पर आधारित एक विशेष लर्निंग सेशन एवं ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद हरिद्वार की लगभग सभी फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।कार्यक्रम का उद्देश्य फार्मा उद्योगों को आने वाले समय में लागू होने वाले संशोधित R. GMP नियमों के प्रति जागरूक करना और उन्हें नए मानकों के अनुरूप तैयार करना रहा। ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती ने अपने संबोधन में बताया कि केंद्र सरकार द्वारा जल्द ही पूरे देश में संशोधित R. GMP को लागू किया जा रहा है, जिसके तहत दवा निर्माण से जुड़ी कंपनियों को अपडेटेड नियमों, गुणवत्ता मानकों और सख्त कंप्लायंस का पालन करना अनिवार्य होगा। इसी को ध्यान में रखते हुए यह प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया है, ताकि उद्योगों को पहले से तैयार किया जा सके।उन्होंने बताया कि R. GMP के तहत दवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभावशीलता को सुनिश्चित करने के लिए उत्पादन प्रक्रिया, दस्तावेजीकरण, साफ-सफाई, मशीनरी, मानव संसाधन और HVAC सिस्टम जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। ISHRE इंजीनियर्स की टीम ने HVAC सिस्टम की भूमिका, क्लीन रूम मैनेजमेंट और तापमान-नमी नियंत्रण से जुड़े तकनीकी बिंदुओं को सरल भाषा में समझाया।ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती ने यह भी बताया कि पिछले तीन वर्षों में हरिद्वार की लगभग 90 प्रतिशत फार्मास्युटिकल कंपनियां सभी आवश्यक मानकों का पालन कर रही हैं, जबकि शेष 10 प्रतिशत कंपनियां भी तेजी से नियमों के अनुरूप खुद को अपडेट कर रही हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में उत्तराखंड की फार्मा कंपनियां न केवल घरेलू बाजार में बल्कि एक्सपोर्ट के क्षेत्र में भी मजबूत स्थिति बनाएंगी और डब्ल्यूएचओ सर्टिफिकेशन की ओर तेजी से आगे बढ़ेंगी। यह प्रदेश के लिए गर्व की बात होगी।कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर ने फार्मा उद्योग से जुड़े उद्यमियों और कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि फार्मा उद्योग उत्तराखंड की “रीढ़” है, जो न केवल राज्य को टैक्स के रूप में राजस्व प्रदान करता है, बल्कि हजारों लोगों को रोजगार भी देता है। विधायक रवि बहादुर ने आश्वासन दिया कि यदि फार्मा उद्योगों को किसी भी प्रकार की नीतिगत या प्रशासनिक समस्या आती है, तो उसे विधानसभा सदन तक पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।कार्यक्रम के अंत में उद्योग प्रतिनिधियों ने इस तरह के प्रशिक्षण सत्रों को अत्यंत उपयोगी बताया और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की मांग की। आयोजन ने स्पष्ट कर दिया कि हरिद्वार का फार्मा उद्योग गुणवत्ता, पारदर्शिता और अंतरराष्ट्रीय मानकों की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है।



