आईआईटी रुड़की में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2025 – हार्डवेयर संस्करण का भव्य समापन
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की, उत्तराखण्ड |
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल के नोडल केन्द्र के रूप में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन (एस.आई.एच.) 2025 – हार्डवेयर संस्करण के ग्रैंड फिनाले का सफल आयोजन किया। पाँच दिनों तक चलने वाले इस राष्ट्रीय आयोजन में देशभर से आए प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने ऐसे समाधान प्रस्तुत किए, जो भारत की वास्तविक चुनौतियों को तकनीक आधारित, तेज और किफायती तरीकों से हल करने में सक्षम हैं। 8 से 12 दिसम्बर तक आयोजित इस कार्यक्रम में हार्डवेयर नवाचार, डिज़ाइन और प्रोटोटाइप विकास की असाधारण क्षमता देखने को मिली।
स्मार्ट इंडिया हैकथॉन भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की नवाचार और आत्मनिर्भर भारत की दृष्टि से प्रेरित है। यह मंच विद्यार्थियों को मंत्रालयों और उद्योगों द्वारा प्रस्तुत वास्तविक समस्याओं पर कार्य करने का अवसर देता है। दुनिया के सबसे बड़े ओपन-इनोवेशन प्लेटफ़ॉर्म के रूप में आज यह कार्यक्रम सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और डीप-टेक नवाचार को नई ऊँचाइयों पर ले जा रहा है। इसी कड़ी में आईआईटी रुड़की ने हार्डवेयर संस्करण के लिए नोडल सेंटर के रूप में अपनी अहम भूमिका निभाई।
इस वर्ष गृह मंत्रालय (एन.एस.जी एवं बी.एस.एफ.) और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से कुल पाँच महत्वपूर्ण समस्या-वक्तव्य जारी किए गए थे। इनमें अत्यधिक मौसम स्थितियों में निगरानी प्रणाली, सैटेलाइट-आधारित पर्सनल ट्रैकिंग के साथ हैंडहेल्ड रेडियो, गन्ने की फसल की परिपक्वता की भविष्यवाणी, कम लागत वाली कपास तुड़ाई मशीन तथा उन्नत जूट रिबनर मशीन शामिल थी। इन सभी विषयों पर देश के प्रतिष्ठित संस्थानों की 23 चयनित टीमों ने निरंतर काम किया और अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट समाधान विकसित किए।
छत्तीसगढ़, तेलंगाना, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से आई टीमों ने डिज़ाइन, सिमुलेशन, प्रोटोटाइपिंग और परीक्षण के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाले हार्डवेयर नवाचारों को प्रस्तुत किया। इस दौरान मंत्रालयों के विशेषज्ञों – एन.एस.जी, बी.एस.एफ. तथा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रतिनिधियों – ने प्रतिभागियों को तकनीकी परामर्श देकर उनके समाधान को और मजबूत बनाने में सहायता की।
अंतिम दिन आयोजित समापन समारोह में पीएस-वार विजेताओं की घोषणा की गई। अत्यधिक मौसम स्थितियों में निगरानी प्रणाली (PS ID SIH25196) के लिए Impact Innovators और Fenix को संयुक्त विजेता घोषित किया गया। उन्होंने एक ऑल-टेरेन, मौसम-प्रतिरोधी सर्विलांस तंत्र प्रस्तुत किया, जो थर्मल इमेजिंग और ड्रोन पेट्रोलिंग के माध्यम से कम दृश्यता में भी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है।
सैटेलाइट-आधारित पर्सनल ट्रैकिंग हैंडहेल्ड रेडियो (SIH25255) के विजेता Megatron रहे, जिन्होंने एन्क्रिप्टेड संचार और SOS प्रणाली के साथ एक मजबूत पोर्टेबल डिवाइस डिजाइन किया।
कृषि क्षेत्र से जुड़े समस्या-वक्तव्यों में Farmedge ने गन्ना परिपक्वता पूर्वानुमान उपकरण, Mindsmiths ने कम लागत वाली कपास तुड़ाई मशीन और Caffeinated Coders ने उन्नत जूट रिबनर मशीन विकसित कर प्रथम स्थान हासिल किया।
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पन्त ने प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि एस.आई.एच. भारत के युवाओं की सृजनात्मकता और नवाचार शक्ति को सामने लाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन भारत की प्रौद्योगिकी क्षमता को वैश्विक मंच पर स्थापित करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. वी.के. मलिक ने प्रतिभागियों के तकनीकी कौशल और प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि प्रस्तुत समाधान स्पष्ट रूप से इस बात का प्रमाण हैं कि भारत का युवा हार्डवेयर नवाचार में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
टिंकरिंग लैब के संकाय समन्वयक और एस.पी.ओ.सी. प्रो. वरुण शर्मा ने कहा कि पाँच दिनों तक विद्यार्थियों की लगन और अनुशासन प्रेरणादायक रहा। उन्होंने विश्वास जताया कि ये समाधान भविष्य में राष्ट्रीय उपयोगिता वाले उत्पादों में बदल सकते हैं।
कार्यक्रम के सफल समापन के साथ आईआईटी रुड़की ने एक बार फिर नवाचार, स्टार्टअप संस्कृति और उद्योग–अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने में अपनी नेतृत्वकारी भूमिका को सुदृढ़ किया है। यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों के कौशल को दिशा देता है, बल्कि भारत को तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।



