December 19, 2025

आईआईटी रूड़की ने ज्वलनशील द्रवों की बर्निंग रेट मापने के लिए विकसित की अत्याधुनिक तकनीक, स्वान इनवायरमेंटल को किया हस्तांतरण

(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)

(रुड़की, उत्तराखंड | 27 नवंबर 2025)भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की (आईआईटी रूड़की) ने औद्योगिक सुरक्षा अनुसंधान के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए “ए नॉवल टेस्ट स्टैंड एंड मैथड टू मेज़र द बर्निंग रेट ऑफ फ्लेमेबल लिक्विड” शीर्षक वाली उन्नत तकनीक का सफलतापूर्वक विकास किया है। यह तकनीक स्वदेशी रूप से तैयार की गई है, जो ज्वलनशील द्रवों की वास्तविक परिस्थितियों में होने वाली अधिकतम जलन दर को सटीक रूप से मापने में सक्षम है। इस तकनीक को हैदराबाद स्थित स्वान इनवायरमेंटल प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित किया गया है, जो पर्यावरण निगरानी समाधान क्षेत्र की एक अग्रणी कंपनी है।आईआईटी रूड़की के प्रोफेसर के. बी. मिश्रा और शोधकर्ता श्री अंकित शर्मा द्वारा विकसित इस नवाचार से अग्नि सुरक्षा मानकों में बड़ा सुधार होने की उम्मीद है। उद्योगों में ज्वलनशील पदार्थों के भंडारण और प्रबंधन के दौरान सुरक्षा दूरी निर्धारित करने, आग की रोकथाम संबंधी प्रोटोकॉल बनाने और जोखिमों को कम करने में यह तकनीक अत्यंत उपयोगी साबित होगी।प्रो. के. बी. मिश्रा ने कहा कि लंबे समय से उद्योगों में ज्वलनशील द्रवों की जलन दर को वास्तविक आकार के भंडारण टैंकों के अनुरूप सटीकता से मापने वाली तकनीक की कमी रही है। उन्होंने कहा,
“हमारा उद्देश्य इस कमी को दूर करते हुए एक ऐसा टेस्ट स्टैंड विकसित करना था, जो प्रामाणिक सीमा स्थितियों को बनाए रखते हुए जलन व्यवहार को माप सके। यह न केवल उद्योगों बल्कि नियामक प्राधिकरणों के लिए भी अत्यंत लाभकारी होगा।”स्वान इनवायरमेंटल प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री विजय कुमार चलदावड़ा ने इस तकनीक हस्तांतरण को सुरक्षा एवं पर्यावरण निगरानी के क्षेत्र में एक बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा,
“आईआईटी रूड़की के साथ यह साझेदारी हमारे मिशन के अनुरूप है। यह तकनीक हमारी जोखिम मूल्यांकन क्षमताओं को और बेहतर बनाएगी तथा आधुनिक औद्योगिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगी।”आईआईटी रूड़की के डीन (प्रायोजित अनुसंधान एवं औद्योगिक परामर्श) प्रो. विवेक कुमार मलिक ने बताया कि यह हस्तांतरण संस्थान की अकादमिक उपलब्धियों को उद्योगों तक पहुंचाने के संकल्प को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि संस्थान ऐसे शोध और तकनीकों को बढ़ावा दे रहा है, जो सीधे समाज और उद्योगों की समस्याओं का समाधान प्रदान करती हैं।

आईआईटी रूड़की के निदेशक प्रो. के. के. पंत ने इस अवसर पर कहा,
“आईआईटी रूड़की सदैव ऐसे नवाचारों को प्रोत्साहित करता है जो राष्ट्र निर्माण में सहायक हों। यह तकनीक औद्योगिक सुरक्षा के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का समाधान देने में अहम योगदान देगी।”स्वान इनवायरमेंटल प्राइवेट लिमिटेड के बारे में
1988 में स्थापित यह कंपनी भारतीय उद्योगों को वायु, जल, मृदा और ध्वनि प्रदूषण की निगरानी के लिए अत्याधुनिक उपकरण प्रदान करती है। पूरे भारत में व्यापक सेवाओं और 30 से अधिक अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ, कंपनी ने 120 से अधिक उन्नत पर्यावरण निगरानी उपकरणों का सफल संचालन किया है।

इस तकनीक हस्तांतरण के साथ, भारत में अग्नि सुरक्षा अनुसंधान के क्षेत्र में एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है, जो न केवल जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय तकनीकी उत्कृष्टता को भी स्थापित करेगी।

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