शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान पर इंजीनियर चैरब जैन को मुख्यमंत्री धामी ने किया सम्मानित
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की। ऋषिकेश इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने पर युवा भाजपा नेता एवं फोनिक्स यूनिवर्सिटी के चेयरमैन इंजीनियर चैरब जैन को सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर को इंजीनियर चैरब जैन ने अपने जीवन का अत्यंत गर्वपूर्ण क्षण बताया। लंबे समय से राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्र में सक्रिय इंजीनियर चैरब जैन क्षेत्र में शिक्षा को नई दिशा देने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।फोनिक्स यूनिवर्सिटी के माध्यम से न केवल स्थानीय युवाओं बल्कि देश भर के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा रही है। आधुनिक शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट और रोजगारपरक शिक्षण प्रणाली को बढ़ावा देने में उनका योगदान महत्वपूर्ण माना जाता है। इंजीनियर चैरब जैन का मानना है कि शिक्षा केवल ज्ञान तक सीमित नहीं रहती, बल्कि यह व्यक्तित्व, चरित्र निर्माण और समाज के प्रति कर्तव्यबोध विकसित करती है।ऋषिकेश में आयोजित भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इंजीनियर चैरब जैन को सम्मानित करते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल नौकरी प्राप्त करना नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण, चरित्र निर्माण और मानवता के उत्थान जैसे मूल्यों को जीवन में उतारना भी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को नैतिक मूल्यों, अनुशासन, संवेदनशीलता और रचनात्मक सोच से जोड़ने के लिए लगातार प्रयासरत है।मुख्यमंत्री धामी ने विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान से जोड़ने के लिए कई नए अवसरों की घोषणा भी की, जिनमें प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ इंटर्नशिप, स्किल ट्रेनिंग और करियर एक्सपोजर कार्यक्रम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन पहल के माध्यम से प्रदेश के युवा नवाचार और स्टार्टअप की दिशा में नए आयाम स्थापित कर सकेंगे।सम्मान प्राप्त करने के बाद इंजीनियर चैरब जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित होना उनके लिए अत्यंत सम्मान और गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी शिक्षा नीति को लेकर गंभीर हैं और प्रदेश के युवाओं को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए निरंतर ठोस कदम उठा रहे हैं। उनके नेतृत्व में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था और अधिक सशक्त हो रही है।इंजीनियर जैन ने कहा कि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य केवल अच्छे अंक लाना या रोजगार प्राप्त करना ही नहीं, बल्कि मनुष्य का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यक्ति के अंदर तर्कसंगत सोच, चरित्र, नैतिक मूल्यों और व्यक्तित्व का निर्माण करती है। समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए शिक्षित और जागरूक नागरिक अत्यंत आवश्यक हैं।उन्होंने विशेष रूप से कहा कि शिक्षा लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाती है और आर्थिक रूप से सशक्त करती है। शिक्षित महिलाएं परिवार, समाज और राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जैन ने कहा कि शिक्षा ही वह आधार है, जो व्यक्ति को अपने अधिकार, कर्तव्य और जिम्मेदारियों को समझने में सक्षम बनाती है।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, अभिभावक और शिक्षाविद उपस्थित रहे। मंच से मिली सम्मान की इस उपलब्धि ने इंजीनियर चैरब जैन के शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे सतत प्रयासों को और अधिक मजबूती प्रदान की है।



