नंदा कॉलोनी में बिजली कटौती से भड़का गुस्सा, अधीक्षण अभियंता कार्यालय का किया घेराव
(ब्योरो- दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की। खानपुर विधानसभा क्षेत्र की नंदा कॉलोनी में लगातार हो रही बिजली कटौती ने लोगों का धैर्य तोड़ दिया है। लंबे समय से क्षेत्र में घंटों तक बिजली गुल रहने से न सिर्फ घरेलू कामकाज प्रभावित हो रहे हैं बल्कि बच्चों की पढ़ाई, व्यापार और दैनिक जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। स्थिति यह है कि बिजली जाने के बाद कई-कई घंटे तक आपूर्ति बहाल नहीं होती, और शिकायत करने पर भी संबंधित अधिकारी लोगों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेते।इन्हीं समस्याओं को लेकर सोमवार को ग्राम पंचायत नगला के अंतर्गत आने वाली नंदा कॉलोनी के सैकड़ों लोग, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं, एकजुट होकर बोट क्लब स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय पहुंचे। भारी भीड़ ने कार्यालय का घेराव किया और जोरदार तरीके से अपनी नाराजगी जताई। प्रदर्शनकारी लोगों का कहना था कि कॉलोनी में बिजली कटौती का संकट लंबे समय से जारी है, लेकिन अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि जेई और एसडीओ को कई बार फोन करने के बावजूद उन्होंने कॉल रिसीव तक करना उचित नहीं समझा।कॉलोनीवासियों ने अधीक्षण अभियंता को अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए स्पष्ट मांग रखी कि नंदा कॉलोनी को अलग फीडर से जोड़ा जाए, ताकि बिजली आपूर्ति व्यवस्थित हो सके और बार-बार होने वाली कटौती से छुटकारा मिले। उनका कहना था कि बार-बार की कटौती से न केवल घरेलू जीवन प्रभावित हो रहा है, बल्कि छोटे व्यापारी भी भारी नुकसान उठा रहे हैं।प्रदर्शन के दौरान अधीक्षण अभियंता ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एसडीओ और जेई को कार्यालय बुलवाया। कार्यालय पहुंचने पर दोनों अधिकारियों को अधीक्षण अभियंता ने ग्रामीणों की शिकायतों के आधार पर कड़ी फटकार लगाई और जवाब-तलब किया। अधीक्षण अभियंता ने लोगों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाएगा।इसी बीच खानपुर विधायक उमेश कुमार के निजी सचिव जुबैर काज़मी भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने वीडियो कॉल के माध्यम से विधायक की अधीक्षण अभियंता से सीधी बातचीत कराई। विधायक उमेश कुमार ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि नंदा कॉलोनी की बिजली समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए और लोगों को राहत प्रदान की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि लापरवाही जारी रही तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।इस विरोध प्रदर्शन में जिला पंचायत सदस्य फारूक अली और ग्राम प्रधान नगला इमरती भी मौजूद रहे। उन्होंने भी ग्रामीणों की आवाज का समर्थन करते हुए अधिकारियों से तत्काल समाधान की मांग की। ग्रामीणों ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि जल्द ही समस्या का निवारण नहीं किया गया, तो वे आंदोलन को और बड़ा रूप देंगे और उच्चाधिकारियों तक अपनी आवाज पहुंचाएंगे।नंदा कॉलोनीवासियों का यह घेराव स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग के लिए एक कड़ा संदेश साबित हुआ है। जहां एक ओर अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी का एहसास कराया गया, वहीं दूसरी ओर जनता ने यह दिखा दिया कि अपनी समस्याओं के समाधान के लिए वे सामूहिक रूप से खड़े हो सकते हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन पर कब तक अमल किया जाता है और क्षेत्र की बिजली समस्या का स्थायी समाधान कब तक हो पाता है।



