हरेला पर्व पर झबरेड़ा में हरियाली की अलख: पूर्व राज्यमंत्री डॉ. गौरव चौधरी और अध्यक्ष किरण चौधरी ने बांटे पौधे, पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प

(दिलशाद खान)(KNEWS18)
झबरेड़ा (उत्तराखंड), 16 जुलाई — उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत और प्रकृति से प्रेम का प्रतीक हरेला पर्व झबरेड़ा में उत्साह और संकल्प के साथ मनाया गया। इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री डॉ. गौरव चौधरी और नगर पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी ने मिलकर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें लोगों को पौधे वितरित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम में डॉ. गौरव चौधरी ने कहा कि “हरेला पर्व केवल त्योहार नहीं, बल्कि प्रकृति से जुड़ाव और हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए हरियाली का संकल्प है।” उन्होंने उपस्थित लोगों को हरेला पर्व का महत्व समझाया और प्रत्येक व्यक्ति से यह संकल्प लेने की अपील की कि “कम से कम एक पौधा लगाएं और उसके पेड़ बनने तक उसकी देखभाल करें।”इस कार्यक्रम में बुजुर्ग महिलाओं सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। सभी को एक-एक पौधा भेंट किया गया। नगर पंचायत झबरेड़ा बोर्ड की ओर से कार्यक्रम में पहुँची महिलाओं को विशेष रूप से पौधे देकर सम्मानित किया गया।नगर पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी ने भी इस अवसर पर सभी का धन्यवाद करते हुए कहा, “हरेला पर्व को त्योहार के रूप में मनाना हमारी परंपरा है। सावन का पावन महीना हरियाली का प्रतीक है, और हर नागरिक को पर्यावरण बचाने के लिए एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। एक पेड़, एक जीवन के बराबर है।”
ईओ झबरेड़ा हर्षवर्धन रावत ने कहा कि “आज के समय में जब प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग जैसी गंभीर समस्याएं मानवता के सामने खड़ी हैं, तो वृक्षारोपण ही उसका सबसे सशक्त समाधान है। हर व्यक्ति अगर प्रकृति से जुड़ाव महसूस करे, तो धरती को फिर से हरा-भरा बनाया जा सकता है।”कार्यक्रम के अंत में दोनों नेताओं ने पौधारोपण कर इस पर्व को सार्थक बनाया और लोगों को प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया। हरेला पर्व की यह पहल स्वच्छ, सुंदर और हरित झबरेड़ा की ओर एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
इस अवसर पर सभासदों में खुशी बाल्मीकि, भोला ,अनु सैनी,मोबिन,सलमान सत्तार,शुभम,कन्हैय्या,अमित,मुकेश चेयरमैन ,महेंद्र मास्टर,रमेश सैनी,राजबीर सिंह ,शकील ठेकेदार ,जद्दा आदि समेत बड़ी संख्या में मौजूद रहे।