आईआईटी रुड़की और सी-मेट हैदराबाद की रणनीतिक साझेदारी: ई-कचरा प्रबंधन और इलेक्ट्रॉनिक्स अनुसंधान में नया अध्याय

(दिलशाद खान)(KNEWS18)
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (IIT Roorkee) और सेंटर फॉर मैटेरियल्स फॉर इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी (C-MET), हैदराबाद ने ई-कचरा पुनर्चक्रण, इलेक्ट्रॉनिक सामग्रियों में अनुसंधान और प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारी की है। इस सहयोग को औपचारिक रूप से एक समझौता ज्ञापन (MoU) के माध्यम से मान्यता दी गई।
इस MoU पर हस्ताक्षर आईआईटी रुड़की के ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन सेंटर में किए गए, जहां आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के. के. पंत और सी-मेट हैदराबाद के निदेशक डॉ. आर. रथीश ने दस्तखत किए।
🔬 सहयोग के मुख्य उद्देश्य:
ई-कचरा पुनर्चक्रण प्रौद्योगिकियों में संयुक्त अनुसंधान एवं विकास
संकाय, शोधकर्ता और छात्रों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहन
प्रक्रिया उपकरणों के विकास, कार्यशालाओं और सम्मेलनों की संयुक्त मेजबानी
इंटरडिसिप्लिनरी अनुसंधान और इंडस्ट्री-फोकस्ड नवाचार को बढ़ावा
इस पहल के तहत, IIT रुड़की और C-MET, ई-वेस्ट मैनेजमेंट में एक अग्रणी M.Tech कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं, जिससे भारत को टिकाऊ और तकनीक-संचालित भविष्य की ओर बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
🎙 वक्ताओं के मुख्य उद्धरण:
प्रो. के. के. पंत (निदेशक, IIT रुड़की):
“सी-मेट के साथ यह साझेदारी प्रभावशाली अनुसंधान के लिए एक मार्ग खोलती है, जो इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट प्रबंधन और टिकाऊ सामग्रियों में महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करती है।”
डॉ. आर. रथीश (निदेशक, C-MET):
“यह समझौता हमें अगली पीढ़ी के शोधकर्ताओं और इंजीनियरों को प्रशिक्षित करते हुए उन्नत सामग्री और रीसाइक्लिंग में प्रौद्योगिकी विकास की सीमाओं को संयुक्त रूप से आगे बढ़ाने का अवसर देता है।”
डी. श्री सुरेन्द्र गोथरवाल (वैज्ञानिक, MeitY):
“यह MoU न केवल शोध सहयोग को बढ़ावा देता है, बल्कि छात्रों और संकायों को उच्च प्रभाव वाले अनुप्रयुक्त अनुसंधान में शामिल होने के विशेष अवसर भी प्रदान करता है।”
📍 कार्यक्रम की विशेषताएँ:
Tech-Vers 2025, नई दिल्ली में समझौते का औपचारिक आदान-प्रदान
प्रधानमंत्री के विकसित भारत @2047 दृष्टिकोण के अनुरूप पहल
परिपत्र अर्थव्यवस्था, टिकाऊ इलेक्ट्रॉनिक्स और नवाचार आधारित विनिर्माण में योगदान
🎓 शामिल प्रमुख व्यक्ति:
डॉ. एस. राजेश कुमार (केंद्र प्रमुख, C-MET त्रिशूर)
प्रो. विवेक कुमार मलिक (कुलसचिव, SRIC, IIT रुड़की)
प्रो. प्रसेनजीत मोंडल (प्रमुख, रासायनिक अभियांत्रिकी विभाग)
प्रो. निखिल धवन (धातुकर्म एवं सामग्री अभियांत्रिकी विभाग)
प्रो. कोमल त्रिपाठी (रासायनिक अभियांत्रिकी विभाग)