करतार सिंह भड़ाना का संकल्प: मंगलौर में होगा दोगुना विकास,2027 से पहले बनेगा लिबरहेड़ी गंगनहर पुल

(दिलशाद खान)(KNEWS18)
आगामी 2027 के विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज होती जा रही हैं। इसी कड़ी में भाजपा नेता करतार सिंह भड़ाना ने मंगलोर विधानसभा क्षेत्र के नारसन कस्बे में अपने चुनाव कार्यालय का विधिवत उद्धघाटन किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय समर्थक मौजूद रहे, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि भड़ाना की चुनावी तैयारी जोरों पर है।
कार्यालय उद्घाटन के अवसर पर कार्यकर्ताओं में विशेष उत्साह देखा गया। नारसन क्षेत्र में यह पहला बड़ा आयोजन था जिसमें भड़ाना ने खुद को विधानसभा चुनावों के लिए पूर्ण रूप से समर्पित बताया।
उद्धघाटन समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए करतार सिंह भड़ाना ने कहा कि वे राजनीति में सिर्फ और सिर्फ जनता की सेवा के उद्देश्य से आए हैं। उनका प्रमुख लक्ष्य मंगलोर विधानसभा क्षेत्र का चहुँमुखी विकास करना है।
भड़ाना ने कहा, “मैं राजनीति को सेवा का माध्यम मानता हूं। क्षेत्र की जनता ने हमेशा प्यार और समर्थन दिया है और अब वक्त है कि हम विकास की नई कहानी लिखें।”
उनके इस बयान को स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं से खूब समर्थन मिला। लोग उन्हें एक सशक्त विकल्प के रूप में देख रहे हैं।
मंगलौर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा नेता करतार सिंह भड़ाना ने क्षेत्र में दो गुना विकास कार्य कराने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा विधायक की तुलना में अधिक विकास कार्य कराएंगे और जनता की हर समस्या का समाधान करेंगे। लिबरहेड़ी गांव में क्षतिग्रस्त गंग नहर पुल को लेकर उन्होंने स्पष्ट कहा कि वर्ष 2027 से पहले इस पुल का निर्माण हर हाल में करवाया जाएगा।
भड़ाना ने मंगलौर विधानसभा में अपने नए कार्यालय की स्थापना की है, जिसका उद्देश्य जनता की समस्याओं को नजदीक से सुनना और समयबद्ध समाधान देना है। उन्होंने कहा कि यह कार्यालय क्षेत्र के विकास की दिशा में एक मजबूत कदम है।
इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. मधु सिंह ने कहा कि पार्टी सदैव विकास के मार्ग पर अग्रसर रही है और इस नए कार्यालय से मंगलौर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि करतार सिंह भड़ाना की यह पहल क्षेत्र की जनता के लिए सकारात्मक परिवर्तन लेकर आएगी।
करतार सिंह भड़ाना ने यह भी बताया कि उन्होंने मंगलौर में अपने निजी मकान और कार्यालय की स्थापना सिर्फ इसलिए की है ताकि वे स्थानीय जनता के और अधिक करीब रह सकें और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से हल कर सकें।