HRDA में सुशासन कैंप: 54 मानचित्रों का त्वरित निस्तारण, आमजन को मिला सुशासन का लाभ
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
(रुड़की | 19 दिसम्बर 2025)
माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि” के मंत्र को साकार करते हुए हरिद्वार–रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) द्वारा शुक्रवार को सुशासन कैंप का सफल आयोजन किया गया। यह कैंप HRDA शाखा कार्यालय, रुड़की के सभागार में आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में आम नागरिकों ने सहभागिता कर अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त किया।

इससे पूर्व भी HRDA द्वारा दो सुशासन कैंप आयोजित किए जा चुके हैं, जिनका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है। इसी क्रम में आयोजित तीसरे कैंप में निर्माण मानचित्र, शुल्क निस्तारण एवं तकनीकी समस्याओं से जुड़े मामलों का त्वरित और पारदर्शी समाधान किया गया।
सुशासन कैंप की अध्यक्षता HRDA की उपाध्यक्ष सोनिका ने की। उन्होंने विभिन्न प्रकरणों की गहन समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक आवेदक की समस्या का निस्तारण समयबद्ध, पारदर्शी एवं संतोषजनक ढंग से किया जाए, ताकि शासन की मंशा के अनुरूप जनता को वास्तविक लाभ मिल सके।
कैंप में सचिव HRDA मनीष कुमार सिंह, संयुक्त सचिव श्री दीपक रामचंद्र सेठ, अधीक्षण अभियंता श्री राजन सिंह, सहायक अभियंता वर्षा, सहायक अभियंता प्रशांत सेमवाल, टेक्निकल कंसल्टेंट गोविंद सहित अवर अभियंता एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने मौके पर ही आवेदकों की समस्याओं को सुनते हुए उनका समाधान किया। सुशासन कैंप के दौरान कुल 54 मानचित्रों का निस्तारण किया गया। इनमें से 33 मानचित्र स्वीकृत किए गए जबकि 21 मानचित्र निर्गत किए गए। यह उपलब्धि HRDA की कार्यप्रणाली में आई गति, पारदर्शिता और जवाबदेही को दर्शाती है।
त्वरित समाधान और सरल प्रक्रिया से लाभार्थियों में विशेष उत्साह देखने को मिला। कैंप में पहुंचे नागरिकों ने HRDA की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि अब उन्हें कार्यालयों के अनावश्यक चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं और उनकी समस्याओं का समाधान एक ही स्थान पर हो रहा है। लाभार्थियों ने धामी सरकार की इस पहल को जनहित में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
HRDA प्रशासन ने जानकारी दी कि अगला सुशासन कैंप 22 तारीख को तहसील भगवानपुर के सभागार में आयोजित किया जाएगा। प्राधिकरण ने क्षेत्र के समस्त नागरिकों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इन कैंपों में पहुंचकर अपने निर्माण मानचित्र, शुल्क निस्तारण, तकनीकी समाधान एवं अन्य विकास संबंधी मामलों का त्वरित समाधान प्राप्त करें।
सुशासन कैंप के माध्यम से HRDA न केवल प्रशासन और जनता के बीच की दूरी को कम कर रहा है, बल्कि पारदर्शी और जनोन्मुखी शासन व्यवस्था को भी मजबूत कर रहा है।



