युवा अधिवक्ताओं के चेंबर निर्माण की मांग पर राव बिलावर का समर्थन, देहरादून में धरना स्थल पहुंचे
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
देहरादून। युवा अधिवक्ताओं की मूलभूत आवश्यकताओं एवं उनके भविष्य को सुरक्षित किए जाने की मांग को लेकर राजधानी देहरादून में बार एसोसिएशन से जुड़े अधिवक्ता विगत कई दिनों से धरने पर बैठे हैं।

इसी हरिद्वार के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट राव बिलावर ने धरना स्थल पर पहुंचकर अधिवक्ताओं का हौसला बढ़ाया और उनकी मांगों का खुलकर समर्थन किया।धरने पर मौजूद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष, सचिव, सहसचिव, बार काउंसिल के सम्मानित सदस्यगण एवं बड़ी संख्या में अधिवक्ता, विशेषकर महिला अधिवक्ता उपस्थित रहीं। इस दौरान धरनास्थल पर अधिवक्ताओं की एकजुटता साफ दिखाई दी।अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए राव बिलावर ने कहा कि युवा अधिवक्ताओं के लिए चेंबर निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता समाज न्याय व्यवस्था का मूल आधार है और यदि अधिवक्ता वर्ग के सामने ही बुनियादी सुविधाओं का संकट रहेगा, तो न्याय व्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार उनकी मांगों को गम्भीरता से लेते हुए जल्द से जल्द समाधान की दिशा में कदम उठाएगी।
राव बिलावर ने कहा,
“सरकार सभी की है, और न्याय सबका अधिकार है। युवा अधिवक्ताओं के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए चेंबर निर्माण की मांग पूरी तरह उचित है। हमें भरोसा है कि सरकार अधिवक्ता समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनकी मांगों पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेगी।”उन्होंने यह भी कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ताओं के अनुभव और आशीर्वाद से युवा अधिवक्ता समाज अपने अधिकारों की लड़ाई मजबूती से लड़ रहा है तथा सभी एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने वरिष्ठ एवं कनिष्ठ अधिवक्ताओं के बीच समन्वय और सहयोग को न्याय व्यवस्था की मजबूती के लिए आवश्यक बताया।इस दौरान उन्होंने हरिद्वार की युवा अधिवक्ता सबाना खान के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। राव बिलावर ने कहा कि सबाना खान जैसी प्रतिभाशाली अधिवक्ता की असमय मृत्यु अधिवक्ता समाज के लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि अधिवक्ता समाज इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ा है।धरने में उपस्थित अन्य वक्ताओं ने भी सरकार से अविलंब चेंबर निर्माण की दिशा में ठोस कार्रवाई करने की मांग की। अधिवक्ताओं का कहना है कि चेंबर न होने के कारण उन्हें कार्य के दौरान भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, साथ ही यह उनके पेशेवर विकास में भी बाधक है।धरना स्थल पर अधिवक्ताओं ने शांतिपूर्वक लेकिन दृढ़ संकल्प के साथ आंदोलन जारी रखने का संकल्प दोहराया। बताया गया कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, आंदोलन जारी रहेगा।राव बिलावर के समर्थन के बाद धरना स्थल पर मौजूद अधिवक्ताओं में नई ऊर्जा और उत्साह देखने को मिला। अधिवक्ताओं ने इस संघर्ष को न्याय की लड़ाई बताते हुए कहा कि वह अपने अधिकारों को लेकर किसी भी स्तर तक जाने को तैयार हैं।



