हरिद्वार पुलिस ने सुलझाया रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी की हत्या का मामला, कलयुगी बेटे सहित तीन गिरफ्तार
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार की नेतृत्व क्षमता और पुलिस टीम की सतर्कता से रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मचारी की सनसनीखेज हत्या का खुलासा कर दिया गया है। इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड मृतक का बेटा ही निकला, जिसने अपने दो दोस्तों को साथ मिलाकर पिता की हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और घटना में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद किया है।घटना 29 नवंबर 2025 की रात की है। वादी और मृतक के बेटे यशपाल ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी कि ज्वालापुर के जटवाड़ा पुल के पास एक व्यक्ति ने उनकी कार में लिफ्ट मांगी और उसी अज्ञात व्यक्ति ने उसके पिता भगवान सिंह को गोली मार दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन शुरुआती पूछताछ में ही यशपाल के बयान उलझे हुए मिले, जिससे पुलिस का शक उसी पर गहरा गया।एसएसपी हरिद्वार के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक नगर और एएसपी ज्वालापुर के नेतृत्व में कई टीमों का गठन किया गया। थाना बहादराबाद, कोतवाली रानीपुर और सीआईयू की संयुक्त टीमों ने तकनीकी व मानवीय खुफिया के आधार पर जांच आगे बढ़ाई। लगातार पूछताछ में यशपाल बार-बार अपने बयान बदलता रहा और अंततः सच उगल दिया कि उसने ही पिता को संपत्ति के लालच में मौत के घाट उतारा है।पुलिस के अनुसार मृतक रिटायर्ड एयरफोर्स ऑफिसर थे और उनके पास करोड़ों की प्रॉपर्टी थी। बेटे की गलत संगति और आदतों के कारण मृतक उससे नाराज रहते थे। कई बार उन्होंने संपत्ति अपने नाम करने से इनकार किया और यहां तक कि बेदखल करने की चेतावनी भी दी। इसी खुन्नस में बेटे ने दोस्तों ललित मोहन उर्फ राजन और शेखर के साथ हत्या की योजना बनाई। उसने दोस्तों को हत्या के बदले तीस लाख रुपए और एक स्कॉर्पियो देने का वादा किया था।हत्या की रात यशपाल एक झूठी शादी का बहाना बनाकर पिता को अपने साथ लेकर निकला। जटवाड़ा पुल से आगे डैम के पास पहले से मौजूद राजन और शेखर को उसने कार में बैठाया। थोड़ी ही देर बाद राजन ने तमंचे से भगवान सिंह की कनपटी पर दो राउंड फायर कर उनकी हत्या कर दी। वारदात के बाद राजन फरार हो गया और यशपाल ने पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठी कहानी गढ़ते हुए 112 नंबर पर फोन किया।पुलिस ने तीनों आरोपियों — यशपाल, राजन और शेखर को गिरफ्तार कर लिया। राजन की निशानदेही पर .315 बोर का तमंचा, खोखा कारतूस, घटना में प्रयुक्त कपड़े और जूते बरामद किए गए हैं।इस पूरी कार्रवाई में थाना बहादराबाद, कोतवाली रानीपुर और सीआईयू की संयुक्त टीम की अहम भूमिका रही, जिन्होंने तेज़ी से घटना का खुलासा कर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है।
पुलिस की इस सफलता की हर तरफ सराहना हो रही है।



