लेखपाल पर खनन माफियाओं से साठगांठ का आरोप, तहसील प्रशासन ने आरोपो को बताया निराधार
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की तहसील क्षेत्र के नौबतपुर मूलेवाला गांव में अवैध खनन के मामले को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। गांव निवासी सचिन कुमार ने क्षेत्रीय लेखपाल अंजू कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह खनन माफियाओं से मिलीभगत कर क्षेत्र में अवैध खनन को बढ़ावा दे रहे हैं। सचिन कुमार का आरोप है कि गांव में कुछ प्रभावशाली लोग लेखपाल की शह पर खुलेआम मिट्टी और बालू का अवैध खनन कर रहे हैं, जिससे सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस विषय में उन्होंने कई बार उच्चाधिकारियों को लिखित और मौखिक शिकायतें दीं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।ग्रामीण का कहना है कि लेखपाल और खनन माफियाओं की मिलीभगत से राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगाया, तो ग्रामीण आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।वहीं दूसरी ओर, इस पूरे मामले में तहसील प्रशासन ने इन आरोपों को पूरी तरह से झूठा और निराधार बताया है। नायब तहसीलदार यूसुफ अली ने कहा कि शिकायतकर्ता सचिन कुमार के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि सचिन कुमार स्वयं अवैध खनन गतिविधियों में शामिल रहे हैं। दरअसल, क्षेत्रीय लेखपाल अंजू कुमार ने सचिन कुमार के पिता के खिलाफ खनन की रिपोर्ट तैयार की थी। उन पर आरोप था कि उन्होंने बिना अनुमति खेत से मिट्टी उठवाकर बेच दी थी। यह रिपोर्ट लेखपाल द्वारा उच्चाधिकारियों को भेजी गई थी, जिसके बाद कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई। इसी कारणवश, सचिन कुमार लेखपाल से नाराज होकर उन पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।नायब तहसीलदार ने बताया कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के सख्त निर्देश हैं कि क्षेत्र में जहां भी अवैध खनन पाया जाए, वहां तत्काल कार्रवाई की जाए। इसी क्रम में तहसील प्रशासन ने विशेष टीमें गठित की हैं, जो लगातार निरीक्षण कर रही हैं। कई स्थानों पर अवैध खनन करते हुए वाहन पकड़े गए हैं और संबंधित लोगों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं।उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन अवैध खनन को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। क्षेत्र में राजस्व और पर्यावरण की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। अगर कोई व्यक्ति झूठे आरोप लगाकर सरकारी कर्मचारियों की छवि धूमिल करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।तहसील प्रशासन ने स्पष्ट किया कि अवैध खनन रोकने के लिए की जा रही कार्यवाही पारदर्शी और निष्पक्ष है। लेखपालों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी परिस्थिति में अवैध गतिविधियों को नज़रअंदाज़ न किया जाए।इस घटना के बाद क्षेत्र में चर्चाओं का दौर जारी है। कुछ लोग प्रशासन के कदम का समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ ग्रामीणों का मानना है कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।



