रुड़की में घर के मंदिर में लगी आग, फायर यूनिट ने समय रहते बचाई पूरी सोसायटी
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की के न्यू आदर्श नगर स्थित गोल्डन हाउसिंग सोसायटी मे देर रात अचानक एक घर में आग लगने की घटना से अफरा-तफरी मच गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह आग श्री योगेंद्र मेहंदी प्रताप पुत्र स्वर्गीय बंसीराम मेहंदी रत्ता के घर के कमरे में बने मंदिर में लगी थी। घटना की सूचना मिलते ही फायर स्टेशन रुड़की की टीम ने तत्परता दिखाते हुए मात्र कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया।घटना का समय रात्रि 22 बजकर 58 मिनट बताया गया है। सूचना मिलते ही फायर यूनिट रुड़की के अधिकारी और कर्मचारी मौके के लिए रवाना हुए। घटनास्थल पर पहुंचकर फायर कर्मियों ने स्थानीय निवासियों की मदद से फायर एक्सटिंग्विशर और अन्य उपकरणों का प्रयोग करते हुए आग को पूरी तरह बुझा दिया। आग को फैलने से रोकने के लिए फायर यूनिट ने त्वरित कार्रवाई की, जिससे बड़ी क्षति या जनहानि होने से बचाव हो गया।फायर स्टेशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार आग मंदिर के अंदर रखे दीपक से लगी थी, जो धीरे-धीरे फैलकर घरेलू सामान तक पहुंच गई। हालांकि फायर यूनिट की समय पर पहुंच और कार्यवाही के चलते आग पर काबू पा लिया गया और अन्य कमरों में आग फैलने से रोका गया। घटना के दौरान मकान स्वामी योगेंद्र मेहंदी प्रताप अपने परिजनों सहित घर पर ही मौजूद थे, जिन्हें किसी प्रकार की शारीरिक क्षति नहीं हुई।मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने फायर यूनिट रुड़की की तत्परता और रिस्पांस टाइम की खुले दिल से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि फायर टीम की तेज कार्रवाई ने एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया।फायर यूनिट की टीम में लीडिंग फायरमैन अतर सिंह राणा, चालक नरेंद्र सिंह तोमर और फायरमैन सुनील सिंह शामिल थे। इन सभी ने मिलकर समन्वित ढंग से आग बुझाने का कार्य किया। आग बुझाने के उपरांत पूरी स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया और घटनास्थल की जांच के बाद फायर यूनिट ने कंट्रोल रूम रुड़की को घटना की पूरी जानकारी उपलब्ध करा दी।फायर स्टेशन अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि दीपावली या अन्य धार्मिक अवसरों पर पूजा स्थलों व मंदिरों में दीपक या दीयों का प्रयोग करते समय पूरी सावधानी बरतें। जलते दीपक या अगरबत्ती unattended न छोड़ें और आसपास ज्वलनशील वस्तुएं न रखें।फायर यूनिट रुड़की की इस तत्परता से जहां एक परिवार को बड़ा नुकसान होने से बचा, वहीं पूरी सोसायटी ने राहत की सांस ली। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया कि आपात स्थितियों में फायर विभाग की तत्परता और प्रशिक्षण कितनी अहम भूमिका निभाता है।



