राज्य निर्माण सेनानियों को चिन्हित कर सम्मानित न किया गया तो 11 नवंबर से धरना व आमरण अनशन – हर्ष प्रकाश काला
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की, 18 अक्टूबर 2025।
राज्य निर्माण सेनानियों को चिन्हित कर सम्मानित न करने पर आंदोलन का बिगुल बज चुका है। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी एवं केन्द्रीय अध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संगठन हर्ष प्रकाश काला ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने 9 नवंबर तक चिन्हीकरण प्रक्रिया पूरी नहीं की तो 11 नवंबर से तहसील एवं जिला मुख्यालयों पर धरना और आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।भाजपा के भारतीय जनता पार्टी जिला रुड़की कार्यालय के भव्य उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित हर्ष प्रकाश काला ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के साथ लगातार उपेक्षा और अपमान का व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती उम्र में आंदोलनकारियों को केवल सम्मान पत्र की आस है, लेकिन सरकार वर्षों से केवल आश्वासन देकर टालती रही है। “अब यह अपमान सहन नहीं किया जाएगा,” काला ने मंच से स्पष्ट चेतावनी दी।हर्ष प्रकाश काला ने कहा कि कई राज्य निर्माण सेनानी सम्मान की प्रतीक्षा में ही परलोक सिधार चुके हैं। उन्होंने बताया कि आंदोलनकारियों की पहचान और उन्हें चिन्हित करने की प्रक्रिया दशकों से लटकी हुई है, जबकि राज्य गठन में उनका योगदान इतिहास में दर्ज है। इसके बावजूद सरकार का उदासीन रवैया आंदोलनकारियों को हताश कर रहा है।उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर सरकार को अंतिम चेतावनी दी गई है कि 9 नवंबर, यानी उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस तक चिन्हीकरण की प्रक्रिया पूरी की जाए। यदि ऐसा नहीं किया गया तो 11 नवंबर से सभी जिला और तहसील मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन और आमरण अनशन शुरू कर दिया जाएगा। इस आंदोलन में राज्य के विभिन्न जिलों से आंदोलनकारी शामिल होंगे।काला ने आगे कहा कि सरकार को यह समझना होगा कि राज्य निर्माण सेनानियों के त्याग और बलिदान की वजह से ही उत्तराखंड राज्य का निर्माण संभव हो पाया। ऐसे में आंदोलनकारियों को अनदेखा करना राज्य के गौरव और इतिहास के साथ खिलवाड़ के समान है।इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से यह भी मांग की कि जब संगठनात्मक रूप से रुड़की को जिला घोषित किया गया है, तो अब इसे प्रशासनिक जिला बनाकर वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं इस दिशा में आश्वासन दे चुके हैं, अब उसे अमलीजामा पहनाने का समय आ गया है।हर्ष प्रकाश काला के इस बयान के बाद राज्य निर्माण सेनानियों में गुस्सा और आक्रोश देखने को मिल रहा है। विभिन्न जिलों से आंदोलनकारी भी सरकार के खिलाफ आगामी आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं।



