रुड़की महायोजना 2041 पर जनसुनवाई — बड़ी संख्या में पहुंचे आपत्तिकर्ता, उच्चस्तरीय समिति ने सुनी जनता की राय
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की। रुड़की महायोजना 2041 के प्रारूप पर आपत्तियों और सुझावों को लेकर 17 अक्टूबर को बी.एस.एम. इंटर कॉलेज रुड़की में जनसुनवाई आयोजित की गई। यह सुनवाई हरिद्वार–रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में गठित उच्चस्तरीय समिति द्वारा की गई, जिसमें विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।इस समिति में प्रभागीय वनाधिकारी, हरिद्वार; नगर आयुक्त, नगर निगम रुड़की; मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक, उत्तराखण्ड (सदस्य/समिति सचिव); पुलिस अधीक्षक (यातायात एवं परिवहन) हरिद्वार; अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, हरिद्वार और सिंचाई खंड हरिद्वार के अधिकारी सदस्य के रूप में मौजूद रहे। समिति ने जनता द्वारा दर्ज की गई आपत्तियों और सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना और विस्तार से चर्चा की।जनसुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी, संस्थाओं के प्रतिनिधि और भूमि स्वामी उपस्थित रहे। नागरिकों ने अपने सुझावों के माध्यम से महायोजना में पारदर्शिता, जनसुविधाओं का विस्तार, यातायात व्यवस्था में सुधार, हरित क्षेत्र बढ़ाने और अवैध निर्माणों पर सख्त नियंत्रण की मांग की। वहीं, कई आपत्तिकर्ताओं ने अपनी ज़मीन के उपयोग परिवर्तन, ज़ोनिंग से संबंधित बिंदुओं पर अपनी बात रखी।अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि प्रत्येक आपत्ति और सुझाव को गंभीरता से लिया जाएगा और योजना के अंतिम प्रारूप में उचित संशोधन करने पर विचार किया जाएगा। समिति के सदस्यों ने कहा कि इस महायोजना का उद्देश्य शहर के संतुलित, सुनियोजित और पर्यावरण-संवेदनशील विकास को बढ़ावा देना है, जिसमें जनता की भागीदारी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।इस अवसर पर उपाध्यक्ष ने कहा कि योजना केवल प्रशासन या किसी एक विभाग की नहीं बल्कि पूरे शहर की है। इसलिए नागरिकों की राय इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने उपस्थित सभी आपत्तिकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि शासन चाहता है कि भविष्य की योजना पारदर्शी और जनोन्मुख हो।जनसुनवाई के दौरान नागरिकों के सुझावों को रिकॉर्ड किया गया और समिति द्वारा उन्हें संकलित कर आगे शासन को भेजा जाएगा। शासन द्वारा इन सुझावों का अध्ययन कर महायोजना के अंतिम रूप में आवश्यक संशोधन किए जाएंगे।गौरतलब है कि रुड़की महायोजना 2041 का प्रारूप शहर के विकास को नई दिशा देने वाला दस्तावेज़ है, जिसमें सड़क, परिवहन, जल निकासी, हरित क्षेत्र और नागरिक सुविधाओं के लिए बड़े प्रावधान किए गए हैं। इस योजना के माध्यम से आने वाले वर्षों में रुड़की को आधुनिक और व्यवस्थित शहर के रूप में विकसित करने की तैयारी है।📌 जनसुनवाई का यह पहला चरण रहा, जिसमें नागरिकों की भागीदारी उत्साहजनक रही। 18 अक्टूबर को भी सुनवाई की प्रक्रिया जारी रहेगी, जिसमें और अधिक आपत्तिकर्ताओं को अपनी बात रखने का अवसर मिलेगा। शासन और प्राधिकरण का कहना है कि जनता की राय के अनुरूप ही अंतिम महायोजना तैयार की जाएगी।



