November 7, 2025

रूड़की में अवैध दवाओं का बड़ा भंडार पकड़ा गया — औषधि विभाग की टीम की छापेमारी में सरकारी मोहर लगी दवाएँ बरामद

(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)

रूड़की। जनपद हरिद्वार में औषधि विभाग को बड़ी सफलता हाथ लगी है। वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती के नेतृत्व में की गई छापेमारी के दौरान ग्राम सलीयर में एक बिना लाइसेंस संचालित प्रतिष्ठान से भारी मात्रा में अवैध दवाएँ बरामद की गईं। बरामद दवाओं में राजस्थान सरकार एवं मध्य प्रदेश सरकार की आपूर्ति हेतु चिन्हित दवाएँ भी शामिल थीं। विभाग ने मौके पर कार्रवाई करते हुए दवाओं को सीज कर लिया और संबंधित के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई प्रारंभ कर दी है।गौरतलब है कि औषधि विभाग को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि रूड़की क्षेत्र में कुछ लोग बिना वैध औषधि लाइसेंस के अवैध रूप से दवाओं का भंडारण और वितरण कर रहे हैं। सूचना पर कार्रवाई करते हुए औषधि विभाग की टीम — जिसमें औषधि निरीक्षक हरीश सिंह और मेघा भी शामिल थे — ने दिनांक 13 अक्टूबर 2025 को ग्राम सलीयर स्थित एम/एस फलक नाज़ नामक स्क्रैप यार्ड पर छापेमारी की।निरीक्षण के दौरान विभिन्न प्रकार की एलोपैथिक दवाएँ बड़ी मात्रा में बरामद की गईं। जांच में पाया गया कि यह प्रतिष्ठान बिना किसी वैध लाइसेंस के संचालित किया जा रहा था और झोला छाप चिकित्सकों को अवैध रूप से दवाएँ सप्लाई की जा रही थीं। मौके पर पूछताछ में संचालक न तो औषधि लाइसेंस और न ही दवाओं के क्रय-विक्रय से संबंधित कोई अभिलेख प्रस्तुत कर सका।कार्रवाई के तहत औषधि विभाग की टीम ने कुल 12 प्रकार की एलोपैथिक दवाएँ जब्त कीं। मौके पर ही जप्ती मेमो (Form-16) और स्पॉट मेमो तैयार किए गए। बरामद दवाओं को गवाहों की उपस्थिति में विधिवत पैक एवं सीलबंद किया गया। अब विभाग इस पूरे मामले में औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 एवं नियमों के अंतर्गत आगे की सख्त कार्रवाई करेगा।

छापेमारी के बाद वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती ने कहा कि,

> “औषधि विभाग जनस्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। किसी भी प्रकार का अवैध दवा व्यापार सख्ती से रोका जाएगा और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।”

> “इस तरह की अवैध गतिविधियाँ न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि जनता के स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा बन सकती हैं। विभाग लगातार छापेमारी कर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।”“यह मामला बेहद गंभीर है। सरकारी आपूर्ति की दवाओं को इस प्रकार अवैध रूप से बेचना और भंडारित करना एक दंडनीय अपराध है। विभाग दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करेगा।”औषधि विभाग की इस सख्त कार्रवाई से क्षेत्र में अवैध दवा कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। विभाग ने आम जनता से भी अपील की है कि वे केवल अधिकृत मेडिकल स्टोर से ही दवाएँ खरीदें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत विभाग को दें ताकि जनस्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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