रुड़की में कांग्रेस विधायक पर आरिफ कादरी ने लगाए गंभीर आरोप,बताया भू माफिया सियासी घमासान बढ़ा
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की। शहर में सियासी तापमान एक बार फिर बढ़ गया है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी के छात्र विंग के प्रदेश अध्यक्ष आरिफ कादरी ने कांग्रेस विधायक फुरकान अहमद पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें क्षेत्र का “बड़ा भू-माफिया” बताया। प्रेस वार्ता में आरिफ कादरी ने विधायक पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान उन्हीं इलाकों में सड़कें बनवाईं जहां उनकी खुद की संपत्ति थी, जिससे उनकी जमीन की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई।कादरी ने दावा किया कि गुलाब नगर के पास वक्फ बोर्ड की दरगाह और मस्जिद की जमीन पर भी विधायक का कब्जा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से विधायक परिवार ने स्थानीय प्रशासन और भूमि संबंधी नियमों का उल्लंघन किया है। आरिफ कादरी ने इस मामले की गंभीर जांच की मांग की और कहा कि यदि निष्पक्ष जांच हुई तो कई तथ्य सार्वजनिक हो सकते हैं।आरिफ कादरी के आरोपों का राजनीतिक पृष्ठभूमि भी है। कुछ दिन पहले कादरी पर विधायक के पुत्र सलमान अहमद द्वारा कथित रूप से बंधक बनाकर मारपीट किए जाने का मामला सामने आया था। इस घटना में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। इसके जवाब में सलमान अहमद ने भी कादरी पर कई आरोप लगाए थे। आज की प्रेस वार्ता में कादरी ने पलटवार करते हुए विधायक परिवार पर राजनीतिक रंजिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन के तहत दरगाह साबिर पाक के मेले के दौरान उन्होंने शुभकामना पोस्टर लगाए थे, जिसके कारण कांग्रेस विधायक का परिवार उनसे नाराज हो गया।प्रेस वार्ता के दौरान गुलाब नगर मस्जिद के देखरेखकर्ता समीर भी मौजूद रहे। कादरी ने कहा कि उनका उद्देश्य केवल सच उजागर करना और स्थानीय जनता को जानकारी देना है। उन्होंने आगे कहा कि यदि विधायकी के दौरान इस तरह के किसी भी कार्य का सबूत सामने आता है, तो जिम्मेदार अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।इस मामले में कांग्रेस विधायक फुरकान अहमद की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि आरोपों के बाद विधायक और उनके परिवार की छवि पर सवाल उठ सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है और आगामी विधानसभा चुनावों में इसका असर भी दिखाई दे सकता है।राजनीतिक गतिविधियों और आरोपों की गहराई को देखते हुए स्थानीय जनता में भी चर्चा का विषय बन गया है। शहर के नागरिक इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि जांच और सत्यापन के बाद वास्तविक स्थिति क्या होगी। इस बीच, राजनीतिक दलों द्वारा बयानबाजी और प्रेस माध्यमों के जरिए जनमानस तक अपने पक्ष को पहुँचाने की कोशिश जारी है।रुड़की में यह विवाद कांग्रेस और एनडीए गठबंधन के बीच चल रहे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को भी दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे मामले की जांच आगे बढ़ेगी, राजनीतिक सरगर्मी में भी तेजी आने की संभावना है।इस प्रकार, रुड़की की राजनीति में यह मामला केवल स्थानीय नहीं, बल्कि राज्य स्तर पर भी चर्चा का विषय बनता दिख रहा है। आने वाले दिनों में आरोपों और जांच के परिणाम राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित कर सकते हैं।



