गाय की मौत या प्रतिबंधित मांस – किस वजह से फूटा ग्रामीणों का गुस्सा? हजारों की भीड़, आगजनी और जाम…

(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की/लक्सर। लक्सर-बलावली मार्ग सोमवार सुबह अचानक तनाव और बवाल का केंद्र बन गया। नजीबाबाद की ओर जा रहे एक पिकअप वाहन ने रास्ते में एक गाय को टक्कर मार दी, जिससे गाय की मौके पर ही मौत हो गई। टक्कर की खबर फैलते ही स्थानीय ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर जुट गए। जब वाहन की तलाशी ली गई तो उसमें प्रतिबंधित मांस मिलने की बात सामने आई। इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया और कार्रवाई की मांग करते हुए सड़क पर जाम लगा दिया।गाय की मौत और गाड़ी से प्रतिबंधित मांस मिलने की खबर फैलते ही देखते-देखते सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए। भीड़ ने नारेबाजी करते हुए पिकअप वाहन को बीच सड़क पर रोक दिया और कुछ देर बाद गाड़ी में आग लगा दी। अचानक भड़की आग से पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आग लगते ही सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात पूरी तरह बाधित हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही लक्सर, रुड़की और आसपास के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थिति को काबू करने की कोशिश की और भीड़ को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग अपनी मांगों पर अड़े रहे। मौके पर घंटों तक तनाव बना रहा। यातायात कई किलोमीटर तक प्रभावित हुआ और यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी।हंगामे की गंभीरता को देखते हुए खानपुर विधायक उमेश कुमार भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों और बजरंग दल कार्यकर्ताओं से बातचीत की और दोषियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। विधायक खुद सड़क पर धरने पर बैठ गए और प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बनाया। इसके बाद ही स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगी और पुलिस ने जाम खुलवाना शुरू किया।पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और मामले में कार्रवाई शुरू की। फिलहाल दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अज्ञात लोगों के खिलाफ आगजनी समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिस युवक पर वाहन में आग लगाने का संदेह है, वह भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गया। उसकी तलाश की जा रही है। मर चुकी गाय का पोस्टमार्टम कराया गया है, जबकि पिकअप वाहन से बरामद मांस के नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए ऋषिकेश लैब भेज दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।सोमवार शाम तक पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया और यातायात सुचारू कर दिया गया। हालांकि ग्रामीणों में अभी भी आक्रोश है और वे दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार गांवों में जाकर शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। यह घटना एक बार फिर से क्षेत्र में संवेदनशील माहौल का संकेत देती है। प्रशासन अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।