कोर यूनिवर्सिटी में टिंकर्स लैब का शुभारंभ, छात्रों को मिलेगा इनोवेशन का नया मंच

(ब्योरो-दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की, 21 अगस्त 2025। कोर यूनिवर्सिटी ने मेकर भवन फाउंडेशन के सहयोग से ‘टिंकर्स लैब’ का शुभारंभ किया। यह अत्याधुनिक स्टूडेंट-मैनेज्ड मेकर स्पेस विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट आधारित शिक्षा, रैपिड प्रोटोटाइपिंग और इनोवेशन का नया मंच उपलब्ध कराएगा।कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि जे.सी. जैन (प्रेसिडेंट, सीओईआर यूनिवर्सिटी) और विशिष्ट अतिथि संदीप नेतेकर (मेकर भवन फाउंडेशन), नारसिम्हन (संस्थापक, ब्लिक्सम टेक, सिंगापुर) तथा प्रो. एस.सी. जैन (एलईएपी) ने संयुक्त रूप से किया।।
इस अवसर पर श्री जे.सी. जैन ने कहा—
“टिंकर्स लैब छात्रों को विचार से प्रोटोटाइप तक पहुँचने की राह आसान करेगी। यह पहल न केवल शिक्षा को अधिक अनुभवात्मक बनाएगी बल्कि छात्रों को उद्योग और समाज की वास्तविक चुनौतियों को हल करने के लिए भी तैयार करेगी।”सीओईआर यूनिवर्सिटी के वाइस प्रेसिडेंट श्रेयांस जैन ने बताया कि लैब में 3D प्रिंटर, लेजर कटिंग मशीन और इलेक्ट्रॉनिक्स वर्कबेंच जैसी अत्याधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। वहीं, वाइस-चांसलर डॉ. अंकुश मित्तल ने कहा कि यह लैब नवाचार, सहयोग और कौशल विकास का केंद्र बनेगी और छात्रों को किताबों से बाहर निकलकर भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेगी।लैब की संचालन व्यवस्था और “सृजन छात्र समिति” की जिम्मेदारियों की जानकारी डॉ. मुनीश सेठी और श्री सौरभ कोहली ने दी।
टिंकर्स लैब की प्रमुख विशेषताएँ – 24×7 छात्रों के लिए खुला रहेगा
3D प्रिंटर, CNC मशीन, लेजर कटर और फैब्रिकेशन उपकरणों से लैस
CAD/CAM वर्कस्टेशन, 3D स्कैनिंग और टेस्टिंग टूल्स की सुविधा
एलईएपी (Learning Engineering by Activity through Projects) प्रोग्राम के ज़रिए हैंड्स-ऑन लर्निंग
इंडस्ट्री पार्टनरशिप और इंटर्नशिप अवसरों से छात्रों को मिलेगा मार्गदर्शन
मेकर भवन फाउंडेशन के संदीप नेतेकर ने कहा—
“यह लैब शिक्षा, उद्योग और इनोवेशन को एक छत के नीचे लेकर आई है। प्रोजेक्ट आधारित शिक्षा छात्रों में आत्मविश्वास और रचनात्मकता जगाती है और उन्हें व्यावहारिक कौशल देती है।”सीओईआर यूनिवर्सिटी और मेकर भवन फाउंडेशन ने इस पहल के साथ यह स्पष्ट कर दिया है कि वे केवल जॉब-रेडी नहीं बल्कि इनोवेशन-रेडी इंजीनियर तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आने वाले वर्षों में यह टिंकर्स लैब सीओईआर का नवाचार और सहयोग का केंद्र बनेगी।