हरिद्वार में खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा गंगा का जलस्तर,मंसा देवी पहाड़ी और भीमगोडा बैराज का अधिकारियों ने किया निरीक्षण

(ब्यूरो – दिलशाद खान रिपोर्ट | KNEWS18)
हरिद्वार। उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में भूस्खलन और जलस्तर बढ़ने जैसी दैवीय आपदाएं सामने आ रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद पूरा प्रशासन अलर्ट मोड पर काम कर रहा है।इसी क्रम में बुधवार को हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह और नगर आयुक्त नंदन कुमार ने मंसा देवी पहाड़ी के उस संवेदनशील क्षेत्र का निरीक्षण किया, जहां मंगलवार शाम को भूस्खलन हुआ था और भारी मात्रा में मलबा रेलवे ट्रैक पर जा गिरा था।यह क्षेत्र शिवालिक पर्वतमाला का हिस्सा है, जहाँ मानसून के दौरान लैंडस्लाइड की घटनाएं आम हैं। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया और भू-संरचना, भूस्खलन के कारणों और सुरक्षा उपायों को लेकर ज़रूरी जानकारियाँ जुटाईं। साथ ही, विशेषज्ञों की मदद से भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचाव के लिए ठोस योजना तैयार करने की दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है।इसी दौरान, गंगा नदी का जलस्तर मंगलवार को खतरे के निशान को पार कर गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अंशुल सिंह ने भीमगोडा बैराज का भी दौरा किया और सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता से बैराज की स्थिति और जलस्तर को लेकर विस्तृत जानकारी ली।प्रशासन आमजन से अपील कर रहा है कि ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्क रहें और किसी भी आपदा या समस्या की स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करें।