उत्तराखंड में एक और प्राकृतिक आपदा,बादल फटने से मची तबाही, 4 की मौत, 50 लापता

|(Knews18 ब्यूरो रिपोर्ट) (दिलशाद खान)
उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के धराली गांव में बादल फटने से बड़ा हादसा हुआ है। गंगोत्री धाम और मुखवा के बीच बसे इस पहाड़ी क्षेत्र में एक नाले के उफान पर आने से चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, बादल फटने की घटना धराली क्षेत्र में रात के समय हुई जब अधिकांश लोग अपने घरों में सो रहे थे। तेज बारिश के साथ आए मलबे और पानी के बहाव ने कई मकानों को तबाह कर दिया। नदी किनारे बसे घर पूरी तरह मलबे में दब गए हैं। हर्षिल क्षेत्र में खीर गाड़ का जलस्तर अचानक बढ़ने से धराली कस्बे को सबसे ज़्यादा नुकसान पहुंचा है।उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि, “अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है। लापता लोगों की तलाश के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस और आर्मी की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं।”इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए घटना पर दुःख जताया। उन्होंने कहा, “धराली (उत्तरकाशी) क्षेत्र में बादल फटने से हुए भारी नुकसान का समाचार अत्यंत दुःखद एवं पीड़ादायक है। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सभी टीमें युद्धस्तर पर कार्य कर रही हैं।” मुख्यमंत्री ने साथ ही लोगों से सतर्क और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील भी की।जिला प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि इलाके में अब भी बारिश जारी है और दोबारा बादल फटने का खतरा बना हुआ है। गंगोत्री धाम का संपर्क जिला मुख्यालय से पूरी तरह कट चुका है, जिससे यात्रियों और तीर्थयात्रियों को भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।बता दें कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में मानसून के दौरान बादल फटने की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं। इससे पहले भी इन इलाकों में जन और धन की भारी क्षति हो चुकी है।प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि नदी, नालों से दूरी बनाए रखें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करें।