नर सेवा ही नारायण सेवा’ के भाव से हुआ कुष्ठ आश्रम में सेवा कार्य — रोटरी क्लब और नगर निगम रुड़की ने मिलकर मनाया उत्तराखंड का रजत जयंती वर्ष
(ब्योरो- दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की, 5 नवम्बर।
उत्तराखंड राज्य निर्माण के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष में नगर निगम रुड़की एवं रोटरी क्लब रुड़की के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष सेवा कार्यक्रम का आयोजन कुष्ठ आश्रम में किया गया। इस अवसर पर रोटरी क्लब के सदस्यों और नगर निगम के अधिकारियों ने मिलकर आश्रम परिसर की सफाई की, वृक्षारोपण किया और आश्रमवासियों को फल वितरित किए।

इस सेवा कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में सेवा, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना था।कार्यक्रम की अध्यक्षता रोटरी क्लब अध्यक्षा रोटे रीना नैथानी ने की। उन्होंने कहा कि रोटरी क्लब का मुख्य ध्येय समाज के अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाना है। उन्होंने कहा, “नर सेवा ही नारायण सेवा है, और रोटरी का असली उद्देश्य जरूरतमंदों तक पहुंचकर उनकी सहायता करना है।” उन्होंने आगे कहा कि रोटरी क्लब वर्षों से सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है और आगे भी समाजहित में ऐसे कार्य निरंतर जारी रहेंगे।नगर आयुक्त श्री राकेश तिवारी ने नगर निगम की ओर से कुष्ठ आश्रम में किए गए कार्यों की जानकारी साझा की और कहा कि कुष्ठ आश्रमवासी समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा, “हमारे लिए कुष्ठ आश्रमवासी बहुत महान हैं। नगर निगम उनकी हर समस्या का समाधान करने के लिए सदैव तत्पर है।” उन्होंने सफाई और जनसेवा के क्षेत्र में रोटरी क्लब के प्रयासों की सराहना की और इस सहयोगात्मक कार्यक्रम को समाज में सकारात्मक संदेश देने वाला बताया।इस अवसर पर रोटरी क्लब के वरिष्ठ रोटेरियन और पूर्व असिस्टेंट गवर्नर रोटे सुभाष सरीन ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि रोटरी क्लब पिछले 40 वर्षों से कुष्ठ आश्रम के कल्याण हेतु कार्य करता आ रहा है। उन्होंने कहा कि रोटरी क्लब का उद्देश्य केवल सेवा कार्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संस्था समाज में मानवता और सहयोग की भावना को मजबूत करने का भी कार्य करती है।कार्यक्रम में रोटे हर्ष प्रकाश काला, पूजा गुप्ता, गगन सरीन, मंगलादेवी, सहायक नगर आयुक्त, सभासदगण और सफाई कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर आश्रम की साफ-सफाई की और वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके बाद सभी सदस्यों ने आश्रमवासियों के साथ संवाद किया और उन्हें फल वितरित किए।कार्यक्रम का संचालन रोटे सुभाष सरीन ने किया। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों तक पहुंचकर उनके बीच सेवा कार्य करना ही रोटरी का असली धर्म है। उन्होंने उपस्थित सभी अतिथियों और सहयोगियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज में एकता, संवेदनशीलता और मानवीयता का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।इस अवसर पर आश्रम का वातावरण पूर्णतः सेवा और सौहार्द से भरा रहा। आश्रमवासियों ने भी सभी अतिथियों का आभार जताया। यह कार्यक्रम न केवल सेवा भावना का प्रतीक बना, बल्कि समाज में यह संदेश भी छोड़ गया कि सच्ची मानवता दूसरों की भलाई में निहित है।



