November 7, 2025

टी बी मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत चतुर्थ माह का पोषक आहार वितरण — ई. राकेश गर्ग

(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)

रुड़की, 5 नवम्बर 2025।
भारत विकास परिषद समर्पण शाखा रुड़की द्वारा टी बी मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत आज राजकीय चिकित्सालय, रुड़की में टी बी रोगियों को चतुर्थ माह का प्रोटीन युक्त पोषक आहार वितरित किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन शाखा के सदस्य एवं कार्यक्रम प्रांत प्रभारी डॉ. अजय भार्गव तथा सह प्रभारी डॉ. सुधीर चौधरी के मार्गदर्शन में किया गया।

रिषद द्वारा संचालित यह कार्यक्रम “टी बी मुक्त भारत अभियान” को सशक्त रूप देने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। आज आयोजित वितरण कार्यक्रम में कुल 25 टी बी मरीजों को प्रोटीन युक्त आहार सामग्री प्रदान की गई, जिसमें प्रत्येक मरीज को पाँच किलो आटा, एक किलो चने की दाल, एक किलो काले चने, एक लीटर कुकिंग ऑयल एवं एक डिब्बा प्रोटीन पाउडर दिया गया। परिषद का उद्देश्य इन रोगियों को उचित पोषण देकर शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की दिशा में सहायता प्रदान करना है।इस अवसर पर शाखा अध्यक्ष ई. राकेश कुमार गर्ग ने कहा कि “टी बी जैसे रोग से लड़ने में दवाइयों के साथ-साथ संतुलित एवं पौष्टिक आहार की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। भारत विकास परिषद का यह अभियान समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का एक सतत प्रयास है।” उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम लगातार छह माह तक संचालित किया जाएगा और छह माह के पश्चात सभी मरीजों का मेडिकल परीक्षण कर उनके स्वास्थ्य में आई सुधार की समीक्षा की जाएगी।कार्यक्रम में उपस्थित प्रांत प्रभारी डॉ. अजय भार्गव ने बताया कि पोषण और स्वास्थ्य के बीच सीधा संबंध होता है। यदि टी बी के मरीजों को पर्याप्त प्रोटीन, दालें और अनाज मिलें, तो उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और दवा का असर भी अधिक होता है। उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान केवल रोगियों के उपचार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जन-जन में टी बी से मुक्ति का संदेश भी फैलाता है।राजकीय चिकित्सालय के श्री आशीष शर्मा ने परिषद के इस सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में सेवा और सहयोग की भावना को सशक्त करते हैं।इस अवसर पर डॉ. संजय कुमार जैन, हर्ष प्रकाश काला, डॉ. सुधीर चौधरी, ई. राकेश कुमार गर्ग, तथा अन्य शाखा सदस्य भी उपस्थित रहे। सभी ने मरीजों से संवाद किया और उन्हें नियमित दवा सेवन, पौष्टिक भोजन एवं स्वच्छता अपनाने के लिए प्रेरित किया।भारत विकास परिषद समर्पण शाखा का यह प्रयास समाजसेवा और स्वास्थ्य सुधार के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करता है। परिषद का उद्देश्य है कि टी बी जैसी बीमारी से कोई भी व्यक्ति न केवल चिकित्सा के अभाव में बल्कि पोषण की कमी के कारण भी पीड़ित न हो।

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