लंढोरा में कोल्हुओं पर छापा, दो सील – प्लास्टिक जलाने से बढ़ रहा था प्रदूषण
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की/लंढोरा।
लंढोरा कस्बे और आसपास के गांवों में लंबे समय से कोल्हुओं से उठते जहरीले धुएं को लेकर लोग परेशान थे। गन्ने के रस से गुड़ बनाने के लिए जलावन के रूप में रबर, प्लास्टिक और टायर जलाए जाने से वातावरण प्रदूषित हो रहा था। लगातार शिकायतों और मीडिया रिपोर्टों के बाद आखिरकार प्रशासन हरकत में आया और सोमवार को खाण्डसार विभाग, खाद्य सुरक्षा विभाग एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की संयुक्त टीम ने छापेमार कार्रवाई कर दी। इस कार्रवाई में भारी अनियमितताएं सामने आईं और दो कोल्हुओं को अग्रिम आदेशों तक सील कर दिया गया।अधिकारियों को जांच के दौरान यह भी पता चला कि कुछ कोल्हू बिना अनुमति के संचालित हो रहे थे, जबकि कुछ का लाइसेंस काफी पहले समाप्त हो चुका था।

साथ ही भट्टियों में रबर और प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जा रहा था, जो न केवल वायु प्रदूषण का कारण बन रहा था बल्कि आसपास रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद हानिकारक था। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने मौके से गुड़ के नमूने लिए और उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया। अधिकारियों का कहना है कि यदि नमूनों में मिलावट पाई जाती है तो संचालकों के खिलाफ और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।त्यौहारी सीजन के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने स्पष्ट संदेश दिया कि किसी भी प्रकार की मिलावट और स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग लगातार अभियान चला रहा है और इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।इस कार्रवाई के बाद कोल्हू संचालकों में हड़कंप मच गया। कोल्हू स्वामी का आरोप है यह राजनीतिक खींचतान के चलते उनका कोल्हू निशाना बनाया गया, जबकि वहां कोई खामी नहीं मिली है। हालांकि, अधिकारियों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उनका कहना है कि यह छापेमार अभियान जिलाधिकारी और ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट के निर्देशन में चलाया गया और इसमें किसी भी प्रकार का राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है। विभाग को लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं कि लंढोरा और उसके आसपास के कोल्हुओं में भट्टियों पर प्लास्टिक और रबर जलाकर गुड़ तैयार किया जा रहा है। यह न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा था बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता था।इस कार्रवाई के बाद क्षेत्रवासियों ने भी राहत की सांस ली है और उम्मीद जताई है कि प्रशासन आगे भी इसी तरह मिलावटखोरों और प्रदूषण फैलाने वालों पर सख्त कदम उठाएगा। लंढोरा में यह कार्रवाई चर्चा का बड़ा विषय बनी हुई है और अब लोगों की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आगे जांच में क्या नतीजे सामने आते हैं।



