लंढोरा में प्रदूषण फैलाने वाले कोल्हुओं पर नगर पंचायत चेयरमैन सख्त, कोल्हुओं से कस्बे में बीमारियों का खतरा
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
लंढोरा। कस्बे में अवैध रूप से चल रहे कोल्हुओं से पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। इन कोल्हुओं में प्लास्टिक, कपड़ा, गंदी रेक्सीन और रबर जैसी प्रतिबंधित सामग्रियों का इस्तेमाल ईंधन के रूप में किया जा रहा है, जिससे भारी मात्रा में जहरीला धुआं निकलकर वातावरण को प्रदूषित कर रहा है। यह जहरीला धुआं लोगों के स्वास्थ्य के लिए सीधा खतरा बनता जा रहा है।इसी गंभीर समस्या को लेकर रविवार को लंढोरा नगर पंचायत चेयरमैन डॉ. नसीम ने उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी राजेंद्र सिंह से मुलाकात की और तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग रखी। उन्होंने कहा कि कस्बे की जनता की जान के साथ खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सीज़न शुरू होते ही ये कोल्हू दिन-रात चलेंगे और लगातार जहरीला धुआं छोड़कर न केवल हवा को दूषित करेंगे बल्कि लोगों में सांस संबंधी रोग, अस्थमा, फेफड़ों की बीमारियां और अन्य संक्रमण भी तेजी से फैल सकते हैं।चेयरमैन ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे कोल्हू मानकों को ताक पर रखकर चलाए जा रहे हैं, जिन पर तुरंत रोक लगाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि कस्बे के लोगों की सेहत को खतरे में डालने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। डॉ. नसीम ने साफ शब्दों में कहा कि कस्बे की जनता की जान के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी और प्रदूषण फैलाने वाले इन कोल्हुओं का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।वहीं, उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी राजेंद्र सिंह ने चेयरमैन को आश्वासन दिया कि बोर्ड समय-समय पर ऐसे मामलों में कार्रवाई करता रहता है और इस बार भी अवैध तरीके से प्रदूषण फैलाने वाले कोल्हुओं को चिन्हित कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित वस्तुओं का इस्तेमाल करने वाले कोल्हुओं को पकड़े जाने पर सील कर दिया जाएगा और दोबारा संचालन की अनुमति नहीं दी जाएगी।स्थानीय लोगों ने भी चिंता जताई है कि अगर समय रहते इन पर रोक नहीं लगी तो आने वाले महीनों में कस्बे में बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि एक ओर सरकार और स्वास्थ्य विभाग प्रदूषण कम करने और जनस्वास्थ्य को सुरक्षित बनाने के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग लालच में आकर प्रदूषण फैलाने वाले कोल्हुओं को चला रहे हैं, जिससे पूरे क्षेत्र की जनता संकट में पड़ सकती है।गौरतलब है कि लंढोरा कस्बे और आसपास के क्षेत्रों में गन्ने के सीज़न में कई कोल्हू चलते हैं। इनमें से कुछ कोल्हू मानकों का पालन करते हैं, जबकि कुछ लोग अवैध रूप से सस्ते और गंदे ईंधन का इस्तेमाल कर रहे हैं। यही ईंधन जहरीला धुआं छोड़ता है, जो हवा में घुलकर लोगों की सेहत को प्रभावित करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस धुएं में कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और अन्य हानिकारक गैसें होती हैं, जो सांस के जरिए शरीर में जाकर गंभीर बीमारियों को जन्म देती हैं।अब सबकी निगाहें उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई पर टिकी हैं। कस्बे के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही ऐसे प्रदूषण फैलाने वाले कोल्हुओं पर शिकंजा कसा जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।



