आईआईटी रुड़की में ‘एमएसएमई नवोन्मेषी (डिज़ाइन) योजना’ पर जागरूकता सत्र, उद्योग–अकादमिक सहयोग पर जोर
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की द्वारा ‘एमएसएमई नवोन्मेषी (डिज़ाइन) योजना’ पर आधारित एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य उद्योग और अकादमिक जगत के बीच मजबूत सेतु का निर्माण करना रहा। यह कार्यक्रम डिज़ाइन नवाचार केंद्र, आईआईटी रुड़की के तत्वावधान में आयोजित हुआ, जिसमें डिज़ाइन विभाग, आईआईटी रुड़की, विकास एवं सुविधा कार्यालय (डीएफओ-एमएसएमई), हल्द्वानी, तथा सिगड्डी ग्रोथ सेंटर, आईआईई सिडकुल, कोटद्वार का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। कार्यक्रम का आयोजन सिडकुल, कोटद्वार में किया गया।
इस जागरूकता सत्र का मुख्य उद्देश्य डिज़ाइन-आधारित विनिर्माण समाधानों के लिए उद्योग–अकादमिक सहयोग को सुदृढ़ करना तथा लागत-प्रभावी, नवोन्मेषी और सतत उत्पाद विकास हेतु डिज़ाइन विशेषज्ञता को एमएसएमई इकाइयों तक सहज रूप से पहुंचाना रहा। ‘एमएसएमई नवोन्मेषी (डिज़ाइन) योजना’ के माध्यम से भारतीय विनिर्माण क्षेत्र को डिज़ाइन समुदाय के साथ जोड़कर उत्पाद विकास, सुधार और मूल्य संवर्धन की नई संभावनाएं तलाशने पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि इस योजना के अंतर्गत अनुभवी डिज़ाइनरों द्वारा वास्तविक समय की औद्योगिक डिज़ाइन समस्याओं के समाधान प्रदान किए जाते हैं। इसके साथ ही नए उत्पादों के विकास, मौजूदा उत्पादों के सुधार, उत्पादन लागत में कमी, गुणवत्ता में वृद्धि तथा पर्यावरण-अनुकूल और टिकाऊ डिज़ाइन को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाता है। यह योजना एमएसएमई इकाइयों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के साथ-साथ उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में भी अहम भूमिका निभा रही है।
कार्यक्रम का समन्वय प्रोफेसर इंदरदीप सिंह, अधिष्ठाता (अवसंरचना) एवं समन्वयक, डिज़ाइन नवाचार केंद्र, आईआईटी रुड़की द्वारा किया गया। उन्होंने उपस्थित एम



