विदेश से आई धमकी भरी कॉल का हरिद्वार पुलिस ने किया खुलासा, लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर मांगी थी ₹30 लाख की फिरौती
(ब्योरो- दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की/पिरान कलियर। हरिद्वार पुलिस ने विदेश से आई धमकी भरी कॉल के मामले का पर्दाफाश करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि उसका साथी अभी फरार बताया जा रहा है। आरोपी ने आर्मेनिया में बैठे अपने साथी की मदद से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर ₹30 लाख की रंगदारी माँगी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सीआईयू और थाना पिरान कलियर पुलिस की संयुक्त टीम का गठन किया, जिन्होंने सफलतापूर्वक मामले का खुलासा किया।प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनांक 30 अक्टूबर 2025 को वादी रवि कुमार पुत्र रविंद्र कुमार निवासी ग्राम धनौरी थाना पिरान कलियर को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर +971542******* से फोन आया। कॉलर ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बताते हुए ₹30 लाख की फिरौती माँगी और धमकी दी कि राशि न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इस मामले में थाना पिरान कलियर पर मुकदमा अपराध संख्या 284/25 धारा 308(4) BNS के अंतर्गत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दर्ज किया गया।एसएसपी हरिद्वार ने मामले की जांच को गंभीरता से लेते हुए अलग-अलग टीमों का गठन किया। जांच के दौरान तकनीकी विश्लेषण से यह पता चला कि धमकी कॉल में प्रयुक्त मोबाइल नंबर ग्राम किलोई थाना सदर जिला रोहतक, हरियाणा से संबंधित है। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि अजय हुड्डा नामक व्यक्ति, जो आर्मेनिया में नौकरी करता है, ने यह कॉल की थी।पुलिस ने आगे जांच में पाया कि अजय हुड्डा को पीड़ित का मोबाइल नंबर आशीष सैनी निवासी मूलदासपुर माजरा थाना बहादराबाद, जिला हरिद्वार ने उपलब्ध कराया था। पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने जल्दी पैसा कमाने के लालच में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर पीड़ित को धमकी देने की योजना बनाई थी।संयुक्त पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी आशीष सैनी (उम्र 36 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका साथी अजय हुड्डा अभी विदेश में फरार है। पुलिस ने आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद किया है।पुलिस ने बताया कि फरार आरोपी अजय हुड्डा के खिलाफ आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। इस सराहनीय कार्य के लिए एसएसपी हरिद्वार ने पुलिस टीम को ₹2500 का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
गिरफ्तारी व जांच में शामिल पुलिस टीम:
थानाध्यक्ष कलियर रविन्द्र कुमार, व०उ०नि० बबलू चौहान, उ०नि० पुष्कर सिंह चौहान, हे०का० सोनू कुमार सहित सीआईयू टीम में निरीक्षक प्रदीप बिष्ट, हे०का० चमन सिंह, हे०का० मनमोहन भण्डारी, का० महिपाल सिंह और का० राहुल नेगी शामिल रहे।
हरिद्वार पुलिस के इस त्वरित व प्रभावी एक्शन ने न केवल एक संगठित रंगदारी प्रकरण का खुलासा किया है, बल्कि साइबर माध्यम से हो रहे अंतरराष्ट्रीय अपराधों पर भी कड़ा संदेश दिया है कि अपराध चाहे देश के भीतर से हो या विदेश से, हरिद्वार पुलिस उसे उजागर करने में सक्षम है।



