नारसन–मण्डावली में कीमती भूमि पर अवैध निर्माण का आरोप, ग्रामीणों में आक्रोश, प्रशासन से इंसाफ की गुहार
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की क्षेत्र के मण्डावली गाँव में कीमती भूमि पर कथित अवैध निर्माण का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। भूमि खसरा संख्या 191, 195, 196, 199, 219, 221 एवं 224 को लेकर लंबे समय से चला आ रहा विवाद अब प्रशासनिक और न्यायिक स्तर पर गंभीर रूप ले चुका है। पुराने भूमि विवाद के बावजूद निर्माण की तैयारी और कथित कब्जे की कोशिशों से क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।पीड़ित प्रमोद कुमार ने सहायक कलेक्टर प्रथम श्रेणी, रुड़की को दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि वाद संख्या 23/2019-20 (मुकुल कुमार बनाम सुरेन्द्र पाल आदि) के अंतर्गत धारा 176 जमींदारी विनाश एवं भूमि सुधार अधिनियम में पारित आदेश दिनांक 07 फरवरी 2023 के विरुद्ध रस्टोरेशन प्रार्थना पत्र न्यायालय में विचाराधीन है। इसके बावजूद बीएसएफ में कार्यरत सिपाही मुकुल कुमार द्वारा दिल्ली-हरिद्वार हाईवे से सटी कीमती भूमि पर अपने हिस्से से अधिक क्षेत्र में कब्जा कर अवैध निर्माण किया जा रहा है।प्रमोद कुमार का आरोप है कि निर्माण कार्य बिना किसी सक्षम प्राधिकरण से नक्शा स्वीकृत कराए और बिना वैधानिक अनुमति के किया जा रहा है। यदि यह निर्माण जारी रहता है तो उन्हें भारी आर्थिक नुकसान के साथ-साथ अपूरणीय क्षति हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि वाद की सुनवाई के दौरान उन्हें समुचित अवसर नहीं दिया गया, जबकि मामला अभी न्यायालय में लंबित है। ऐसे में निर्माण कार्य शुरू किया जाना न्यायिक प्रक्रिया का सीधा उल्लंघन है।पीड़ित ने प्रशासन से मांग की है कि ग्राम मण्डावली स्थित विवादित खसरा संख्याओं की भूमि पर किसी भी प्रकार के निर्माण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए, जब तक कि प्रकरण का अंतिम निस्तारण नहीं हो जाता। मामले को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में भी भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि मुकुल कुमार प्रमोद कुमार की भूमि पर अवैध कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि पूरा मामला न्यायालय में विचाराधीन है।ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि तालाब की भूमि पर भी अवैध कब्जे का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही रुड़की-हरिद्वार विकास प्राधिकरण (HRDA) से कथित रूप से नक्शा स्वीकृत कराने की कोशिश भी की गई। मामले की सूचना मिलने पर HRDA और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और जांच के बाद निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगा दी।इसके बाद पीड़ित प्रमोद कुमार ने प्रेस वार्ता कर मुकुल कुमार पर गंभीर आरोप लगाए। प्रेस वार्ता के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों का कहना है कि प्रमोद कुमार दिव्यांग हैं और उन्हें लगातार धमकियां दी जा रही हैं। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि मुकुल कुमार अपने रौब का इस्तेमाल कर अधिकारियों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।हालांकि ग्रामीणों को प्रशासन पर भरोसा है कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और पीड़ित पक्ष को न्याय मिलेगा। फिलहाल प्रशासन द्वारा निर्माण कार्य पर रोक लगाए जाने के बाद स्थिति नियंत्रित बताई जा रही है, लेकिन अंतिम निर्णय न्यायालय के आदेश के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।इस मौके पर वीर सिंह मंडावली, करण सिंह, मोहर सिंह, प्रदीप कुमार,महाराज सिंह,अरविंद कुमार, आजादवीर,विकेश बालियान, ऋतुराज,संजीव कुमार,पंकज कुमार आदि मौजूद रहे।



