रुड़की में मंगल प्रवेश पर मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज का भव्य स्वागत
(ब्योरो।दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की। जैन समाज के श्रद्धा और भक्ति के प्रतीक, मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज के मंगल प्रवेश अवसर पर सोमवार को रुड़की नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। पुरानी कचहरी से शुरू हुई यह शोभायात्रा सिविल लाइंस होते हुए बी.टी. गंज स्थित जैन धर्मशाला तक पहुँची। नगर में प्रवेश करते ही जगह-जगह भक्तों द्वारा महाराज श्री पर पुष्प वर्षा कर उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया गया। इस दौरान पूरे मार्ग में धार्मिक उत्साह और आध्यात्मिक वातावरण का अद्भुत संगम देखने को मिला।बी.टी. गंज धर्मशाला पहुंचकर मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज ने भक्तजनों को आशीर्वचन दिए और भगवान के पंचकल्याणक की महिमा का विस्तारपूर्वक वर्णन किया। उन्होंने कहा कि यदि हम भगवान के पंचकल्याणक को समझकर अपने जीवन में लागू करें, तो एक दिन हमारे जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन और कल्याण के द्वार खुलेंगे। उन्होंने कहा कि साधु-संत जब कठिन मौसम में सैकड़ों किलोमीटर की पदयात्रा करके समाज को मार्गदर्शन देने आते हैं, तो एक सच्चे श्रावक के रूप में हमारा भी यह कर्तव्य बनता है कि उनके बताए मार्ग पर चलें और धर्म के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाएँ।महाराज श्री ने कहा कि भगवानों के कल्याणक हमें जीवन में धर्म, तप, संयम और सेवा का संदेश देते हैं। ऐसे महोत्सवों के माध्यम से समाज को यह विचार करने का अवसर मिलता है कि हम अपने जीवन में क्या परिवर्तन लाएं और किस दिशा में आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव भगवान शंकर का महोत्सव है तथा इसमें देव और देवियाँ भी शामिल होते हैं। जब इतना दिव्य और उत्कृष्ट आयोजन होता है, तो उसकी कृपा समाज के प्रत्येक व्यक्ति पर बरसती है।उन्होंने उपस्थित समाजजनों से आह्वान किया कि जैन धर्म की परंपराओं को जीवंत बनाए रखें और जीवन में धर्म के व्यवहारिक स्वरूप को अपनाते हुए समाज और राष्ट्र के विकास में योगदान दें।इस अवसर पर श्री दिगंबर जैन समाज रुड़की के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से प्रधान अनिल कुमार जैन, संरक्षक लालचंद जैन, अवनीश कुमार जैन, इंजीनियर चैरब जैन, सुभाष चंद्र जैन, अरुण जैन (मुख्य संयोजक), भूपेंद्र जैन, वरुण जैन, मुकेश कुमार जैन, प्रदीप जैन, सुधीर कुमार जैन, अतुल जैन, सुनील जैन, विकास जैन, अंकुर जैन, अमन जैन, उमंग जैन, धीरज जैन, हिमांशु जैन, अनुज कुमार जैन, मनोज जैन, विक्रांत जैन, अजय जैन, पंकज जैन, नवीन जीन, बंटी जैन, मधु जैन, उदय जैन, कविता जैन, राजकुमारी जैन, सुगंध जैन, स्मृति जैन, निधि जैन, विजय जैन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
अंत में, समाज की ओर से महाराज श्री का विशेष सम्मान किया गया और धर्मशाला परिसर में प्रभु भक्ति तथा मंगल गीतों के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।



