हरिद्वार में ऑपरेशन ‘कालनेमि’ की बड़ी कार्रवाई, कोतवाली नगर पुलिस ने 20 फ़र्ज़ी बाबाओं को हिरासत में लिया
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
हरिद्वार— उत्तराखण्ड के मा. मुख्यमंत्री के आदेशों के अनुपालन में जनपद हरिद्वार में “ऑपरेशन कालनेमि” तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस विशेष अभियान का उद्देश्य उन लोगों पर नकेल कसना है जो धार्मिक नगरी हरिद्वार की पवित्रता को ठेस पहुंचाते हुए तंत्र-मंत्र, जादू-टोना, अंधविश्वास और धोखाधड़ी के सहारे स्थानीय लोगों और यात्रियों को भ्रमित व परेशान कर रहे हैं। SSP हरिद्वार के नेतृत्व में इस अभियान के तहत लगातार सघन चेकिंग और आकस्मिक दबिश देकर ऐसे संदिग्ध लोगों पर कार्रवाई की जा रही है।इसी क्रम में कोतवाली नगर पुलिस ने हरकी पैड़ी और आसपास के घाटों पर एक व्यापक चेकिंग अभियान चलाया। यह क्षेत्र हरिद्वार का अत्यंत संवेदनशील और भीड़भाड़ वाला इलाका है, जहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु और पर्यटक दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इसलिए यहां किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जाती है। पुलिस टीम ने अभियान के दौरान घाटों पर मौजूद उन व्यक्तियों की पहचान की जो खुद को साधु-संत या बाबा के रूप में प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं से संपर्क बनाते थे और फिर तंत्र-मंत्र, पूजा-पाठ, या जादू-टोने के नाम पर पैसे की मांग करते थे।पुलिस जांच में पाया गया कि कई तथाकथित बाबाओं के पास कोई वैध पहचान पत्र नहीं था और वे कई दिनों से घाटों पर ही संदिग्ध तरीके से डेरा डाले हुए थे। कुछ लोग अंधविश्वास फैलाकर भोले-भाले यात्रियों को भ्रमित कर रहे थे। इन सभी गतिविधियों को देखते हुए कोतवाली नगर पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए कुल 20 कालनेमियों को धारा 172 BNSS के तहत हिरासत में ले लिया। हिरासत के बाद इन सभी व्यक्तियों पर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को पहले ही निर्देशित किया था कि ऑपरेशन कालनेमि को अत्यंत गंभीरता से लागू किया जाए और धर्म की आड़ में लोगों को परेशान करने वालों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उनके निर्देशों के बाद से जनपद में लगातार छापेमारी और चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं। यह कार्रवाई यह भी दर्शाती है कि पुलिस हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कई बार बाहरी राज्यों से आए कुछ लोग खुद को साधु या तांत्रिक बताकर धार्मिक पर्यटन के नाम पर शहर में अवैध गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं। ऐसे लोग धर्म की पवित्र भावना का दुरुपयोग करते हुए यात्रियों से पैसा ऐंठने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। इससे न केवल पर्यटन पर असर पड़ता है बल्कि हरिद्वार की पहचान और धार्मिक श्रद्धा को भी ठेस पहुंचती है। इसीलिए ऑपरेशन कालनेमि को व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है ताकि ऐसे तत्वों पर अंकुश लगाया जा सके।पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि अभियान केवल वर्तमान तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आगे भी इसी सख्ती के साथ जारी रहेगा। हरकी पैड़ी क्षेत्र, घाटों, बस-स्टैंड, रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस लगातार निगरानी रखेगी। साथ ही, लोगों से भी अपील की जा रही है कि यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति तंत्र-मंत्र या चमत्कार दिखाने के नाम पर पैसे मांगता है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
हरिद्वार पुलिस की यह मुहिम न केवल शहर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि आने वाले श्रद्धालुओं के विश्वास को भी सुरक्षित रखेगी।



