रुड़की में धार्मिक-सामाजिक महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री धामी, कई विकास कार्यों का लोकार्पण
(ब्योरो- दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की स्थित जीवनदीप आश्रम में आयोजित भव्य पाँच दिवसीय धार्मिक एवं सामाजिक महोत्सव में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने संत समाज, धर्माचार्यों और बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि संत-महात्माओं का सानिध्य समाज को सदैव सत्य, सेवा और संस्कारों के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे परमपूज्य जगद्गुरु महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी महाराज और अन्य संतजनों को साष्टांग प्रणाम कर उन्हें समाज के मार्गदर्शक बताया।मुख्यमंत्री धामी ने आश्रम परिसर में नव निर्मित स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी सभागार, श्री सिद्धबली हनुमान द्वार और शहीद चौक का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि मैंन मार्ग से सुनहरा मार्ग चौराहे तक के हिस्से को अब “शहीद चौक” के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि यह चौक उत्तराखंड के अमर शहीदों की वीरता और राष्ट्रभक्ति की स्मृति को चिरस्थायी बनाएगा।
मुख्यमंत्री ने जीवन दीप सेवा न्यास द्वारा आयोजित शतचंडी महायज्ञ, श्री भक्तमाल कथा, 1100 बालिकाओं के पूजन, पाठ्य सामग्री वितरण और पाँच कन्याओं के सामूहिक विवाह जैसे कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में आध्यात्मिकता और सेवा भावना को सशक्त रूप से स्थापित करते हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 11 कन्याओं का पूजन कर उन्हें उपहार और दक्षिणा प्रदान की तथा 6 कन्याओं के सामूहिक विवाह पर शुभाशीष दिया।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में सनातन संस्कृति का वैश्विक पुनर्जागरण हुआ है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण, बद्रीनाथ–केदारनाथ पुनर्निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और महाकाल लोक जैसी परियोजनाओं को सांस्कृतिक चेतना के ऐतिहासिक प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य को “विश्व की आध्यात्मिक राजधानी” बनाने के संकल्प के साथ केदारखंड एवं मानसखंड मंदिर क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण, यमुनातीर्थ पुनरुद्धार, हरिद्वार–ऋषिकेश कॉरिडोर और शारदा कॉरिडोर जैसे महत्वपूर्ण कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक संरचना की रक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए बताया कि धर्मांतरण विरोधी कानून, दंगारोधी कानून, लैंड जिहाद के विरुद्ध कार्रवाई और समान नागरिक संहिता (UCC) लागू करने जैसे कदम राज्य की सामाजिक सुरक्षा को मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नकल विरोधी कानून के बाद 26,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियाँ मिली हैं तथा अवैध गतिविधियों में लिप्त 250 से अधिक मदरसों को सील करते हुए नया कानून लागू किया गया है।महोत्सव में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती गीता धामी ने भी संबोधित किया और जीवन दीप आश्रम द्वारा किए जा रहे सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों की सराहना की। उन्होंने कन्याओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।कार्यक्रम में अनेक संत-महात्मा, जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।



