सोलानी नदी श्मशान घाट समिति ने किया अज्ञात दिवंगत आत्माओं का अस्थि विसर्जन
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
सोलानी नदी श्मशान घाट समिति द्वारा शुक्रवार को मानवता और संवेदनशीलता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए पाँचवीं बार अज्ञात दिवंगत आत्माओं की अस्थियों का विसर्जन किया गया। समिति ने नगर क्षेत्र से एकत्रित किए गए लगभग पचास अस्थि कलशों को हरिद्वार ले जाकर पवित्र गंगा नदी में प्रवाहित किया। इस धार्मिक और सामाजिक महत्व के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य लोग और समाजसेवी भी शामिल हुए।कार्यक्रम की शुरुआत नगर से की गई। अस्थि कलशों को विसर्जन से पहले श्मशान घाट परिसर में एकत्र किया गया। इस दौरान पंडित रमेश शर्मा ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सभी अस्थि कलशों का पूजन किया और दिवंगत आत्माओं की शांति एवं मोक्ष के लिए प्रार्थना की। धार्मिक विधि-विधान के अनुसार संपन्न इस अनुष्ठान ने सभी उपस्थित लोगों के हृदय को भावुक कर दिया। समिति अध्यक्ष ठाकुर मांगू सिंह ने जानकारी दी कि यह कार्यक्रम हर वर्ष नियमित रूप से आयोजित किया जाता है ताकि उन अज्ञात दिवंगतों को भी सम्मानजनक अंतिम संस्कार और विदाई दी जा सके जिनका कोई परिजन या रिश्तेदार नहीं होता।उन्होंने बताया कि सभी अज्ञात व्यक्तियों का श्मशान घाट समिति द्वारा हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाता है और बाद में उनकी अस्थियों को हरिद्वार की पवित्र गंगा में विसर्जित किया जाता है। इस बार भी कलश यात्रा निकालकर श्रद्धा और आस्था के वातावरण में अस्थियों को हरिद्वार ले जाया गया, जहां धार्मिक विधानों के अनुसार गंगा में प्रवाहित किया गया।इस अवसर पर नगर के गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। पूर्व मेयर गौरव गोयल ने कार्यक्रम में पहुँचकर दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना की और कहा कि यह कार्य समाज को सच्चा मानवीय संदेश देता है। वरिष्ठ समाजसेवी इंजीनियर चैरब जैन ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में सहानुभूति और सेवा की भावना को प्रबल बनाते हैं।समिति के महामंत्री श्याम सिंह ने बताया कि श्मशान घाट समिति लगातार ऐसे कार्य करती रहती है, जिनसे समाज में सेवा और सहयोग की भावना बढ़ती है। उन्होंने कहा कि हर वह आत्मा, जिसका कोई अपना अंतिम संस्कार करने वाला नहीं होता, समिति उसका दायित्व निभाती है। यही कारण है कि यह परंपरा अब समाज के लिए प्रेरणास्रोत बन चुकी है।इस अवसर पर समिति से जुड़े अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनमें योगेंद्र प्रताप, करण सिंह, संजय सेवक, चिंकू कश्यप, कमल स्नेही, नवीन बजरंगी, महेश ठाकुर, विकास सैनी, विशाल कुमार, अधिराज ठाकुर, नमनश्री, तुषार गोयल और इमरान देशभक्त प्रमुख रूप से शामिल रहे। सभी ने एक स्वर से कहा कि यह कार्य मानवता की सच्ची सेवा है और इसे आगे भी निरंतर जारी रखा जाएगा।पूरे कार्यक्रम में श्रद्धा, संवेदना और आस्था का अनूठा संगम देखने को मिला। अस्थि विसर्जन के दौरान उपस्थित लोगों की आँखें नम हो गईं, जब उन्होंने उन दिवंगत आत्माओं के लिए प्रार्थना की जिनका कोई अपना नहीं था। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि हर जीवन मूल्यवान है और हर आत्मा सम्मानजनक विदाई की हकदार है।



