आईआईटी रूड़की के वैज्ञानिकों का दावा,उत्तरकाशी आपदा का पैटर्न केदारनाथ जैसी जल प्रलय से मिलता-जुलता

(ब्योरो-दिलशाद खान) (रिपोर्ट- KNEWS18)
रुड़की: उत्तरकाशी में आई भीषण आपदा का पैटर्न वर्ष 2013 में केदारनाथ में आई जल प्रलय से मेल खाता है। आईआईटी रुड़की के हाइड्रोलॉजी विभाग के वैज्ञानिक प्रोफेसर अंकित अग्रवाल के अनुसार इन दोनों घटनाओं के पीछे पश्चिमी विक्षोभ की टकराहट प्रमुख कारण रही है। जिसने बादल फटने की घटनाओं को विकराल बना दिया।उनका कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से पश्चिमी विक्षोभ और मानसून का स्वरूप तेजी से बदल रहा है। प्रोफेसर अग्रवाल के मुताबिक हिमाचल और उत्तराखंड में इसी पैटर्न पर अतिवृष्टि और बादल फटने की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने बताया कि सितंबर 2023 में हिमाचल के कई हिस्सों में आई तबाही के पीछे भी पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता थी। वैज्ञानिकों की चेतावनी है कि यह स्थिति आने वाले समय में और गंभीर हो सकती है। बताते चलें प्रोफेसर अग्रवाल जर्मनी की पॉट्सडैम यूनिवर्सिटी के साथ इंडो-जर्मन परियोजना पर भी शोध कार्य कर रहे हैं।