नगर निगम वार्ड 23 में नाली निर्माण बना विवाद का कारण, AE प्रेम कुमार पर भ्रष्टाचार और कोर्ट अवमानना के आरोप

(ब्योरो -दिलशाद खान) (रिपोर्ट- KNEWS18)
रुड़की नगर निगम के वार्ड नंबर 23 सलेमपुर भूमिया नगर में सीसी रोड और अंडरग्राउंड नाली निर्माण का कार्य पिछले लंबे समय से अधूरा पड़ा हुआ है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि इस कार्य में नगर निगम के अवर अभियंता (AE) प्रेम कुमार जानबूझकर बाधा डाल रहे हैं।ग्रामीणों का कहना है कि टेंडर के अनुसार यहां अंडरग्राउंड नाली का निर्माण होना था, लेकिन AE प्रेम कुमार खुली नाली बनवाना चाहते हैं, जिससे लाखों रुपये की बचत कर वह निजी लाभ लेना चाहते हैं। यह पूरा मामला अब भ्रष्टाचार और मनमानी के आरोपों से घिरता जा रहा है।
स्थानीय लोगो का कहना है डेढ़ साल बाद कोर्ट की शरण मे पहुँचे स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें हाईकोर्ट से भी इस मामले में आदेश मिला है, जिसमें स्पष्ट निर्देश हैं कि टेंडर प्रक्रिया के अनुसार निर्माण कार्य किया जाए और किसी एक व्यक्ति की वजह से कार्य बाधित न हो। इसके बावजूद AE प्रेम कुमार लगातार निर्माण कार्य रुकवाने में लगे हुए हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस परियोजना का टेंडर ठेकेदार शुभ त्यागी के पास है। जब भी वह काम शुरू करने की कोशिश करते हैं, AE उन्हें फोन कर निर्माण कार्य रुकवा देते हैं। लोगों ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि वह बार-बार नगर निगम और कोर्ट के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। वार्ड 23 के नगर निगम पार्षद प्रतिनिधि सागर सैनी ने जानकारी दी की पानी की निकासी को लेकर यह टेंडर वर्ष 2023 में नवंबर में तत्कालीन पूर्व मेयर गौरव गोयल के समय लगभग ₹24 लाख की लागत से स्वीकृत हुआ था। पार्षद ने बताया कि जैसे ही निर्माण कार्य शुरू हुआ, उसे रुकवा दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि AE प्रेम कुमार ठेकेदार शुभ त्यागी को कार्य करने से रोक रहे है । पार्षद ने यह भी कहा कि अब वो मामले को लेकर मुख्य नगर आयुक्त को लिखित में शिकायत देंगे। सोमवार को बड़ी संख्या में गुस्साए स्थानीय नागरिक नगर निगम पहुंचे और AE प्रेम कुमार के साथ उनकी जमकर नोकझोक हुई उन्होंने ए ई प्रेम कुमार के ऑफिस में जमकर हंगामा किया। इस दौरान कुछ समय के लिए स्थिति तनावपूर्ण हो गई। मौके पर पहुंचे कुछ पार्षदों ने AE के कार्यालय में जाकर मामला संभाला और लोगों को शांत किया।
स्थानीय निवासी प्रवीण कुमार ने साफ कहा कि जब तक टेंडर के अनुसार नाली और सड़क का निर्माण कार्य नहीं शुरू होता, तब तक वे पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि आवश्यकता पड़ी तो वे धरना प्रदर्शन करेंगे और सीधे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस मामले में शिकायत करेंगे।
स्थानीय जनता की यह भी मांग है कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और अगर कोई दोषी पाया जाए तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। लोगों ने सवाल उठाया कि आखिर हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद कार्य रुकवाना किसके हित में है? इस मामले में स्थानीय निवासी योगेश सैनी, अरुण शर्मा, प्रमोद कुमार सैनी, रजनी सैनी, जनेश्वर प्रसाद सैनी, संजीव कुमार सैनी, रामकुमार सैनी, राकेश सैनी, कविता सैनी, रुचि सैनी, अनीता शर्मा, पूनम सैनी,रश्मि सैनी, विनीता सैनी में भारी आक्रोश है।