भारतीय किसान यूनियन संग्राम में नई ऊर्जा का संचार, स्वामी प्रवीण पूरी और एडवोकेट संजीव वर्मा को सौंपी गई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां

(दिलशाद खान)(KNEWS18)
भारतीय किसान यूनियन संग्राम ने अपने संगठन के विस्तार के तहत कुछ नए और सशक्त चेहरों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ सौंपी हैं। संगठन ने साफ किया है कि किसानों के हक और अधिकारों की लड़ाई को अब और अधिक मज़बूती के साथ लड़ा जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन संग्राम की एक अहम बैठक और प्रेस वार्ता का आयोजन हरिद्वार स्थित ओशो आश्रम में किया गया, जहाँ संगठन के संरक्षक फकरे आलम ने संगठन विस्तार की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि ओशो आश्रम के स्वामी प्रवीण पूरी को यूनियन का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जबकि एडवोकेट संजीव वर्मा को राष्ट्रीय सलाहकार की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
फकरे आलम ने कहा “हमारा उद्देश्य किसानों के ज्वलंत मुद्दों को प्रमुखता से उठाना है। संगठन में जो नई नियुक्तियाँ की गई हैं, वो इस मिशन को और अधिक ताकत देंगी।”
फकरे आलम ने कहा कि आज भी देश का किसान परेशान है। उसे उसकी मेहनत का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा। इसी के मद्देनज़र संगठन ने निर्णय लिया है कि अब आंदोलन को और व्यापक रूप से संगठित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एडवोकेट नावेद आलम, प्रधान अब्दुल अज़ीज़, एडवोकेट मुदस्सिर आलम और डॉ. ग़ाज़ी जैसे मजबूत और ज़मीनी कार्यकर्ताओं के साथ संगठन को नई ऊर्जा मिली है।
भारतीय किसान यूनियन संग्राम के राष्ट्रीय अध्यक्ष राव मुशर्रफ ने कहा
“आज हमारा संगठन देश के 22 राज्यों में खड़ा हो चुका है। पंजाब और उत्तर प्रदेश में भी संगठन को नई मजबूती मिली है। हम उन किसानों को नेतृत्व में ला रहे हैं जो खुद किसानों की पीड़ा को समझते हैं।”
इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन संग्राम के नवनियुक्त राष्ट्रीय सलाहकार एडवोकेट संजीव वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है, वह उसके लिए आभारी हैं। अब वह देशभर के किसानों की समस्याओं को सुनकर सरकार तक उनकी बात पहुँचाएंगे।
एडवोकेट वर्मा ने कहा”आज हर तरफ किसान का शोषण हो रहा है। इस अन्याय के खिलाफ हम संघर्ष करेंगे। संगठन के माध्यम से अब यह आवाज़ और बुलंद होगी।”
इस विशेष मौके पर संगठन के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से राष्ट्रीय महासचिव राव नावेद आलम, प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट मुदस्सिर आलम, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. गाजी, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रधान अब्दुल अज़ीज़, जिला अध्यक्ष डॉ. आसिफ चौहान (सहारनपुर), जिला सचिव अतुल गोयल, मुकेश काम्बोज, प्रधान फरीदी बन्दरजूड़ और कई अन्य किसान नेता शामिल रहे।
कार्यक्रम के दौरान सभी नए पदाधिकारियों का फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया गया। बैठक में संगठन को और सशक्त करने और किसान आंदोलन को आगे बढाने की रणनीति पर भी चर्चा हुई।
भारतीय किसान यूनियन संग्राम की यह रणनीति और नेतृत्व विस्तार आने वाले समय में देश के किसानों के लिए कितनी प्रभावी साबित होती है, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन फिलहाल संगठन ने एक मज़बूत संदेश देने की कोशिश ज़रूर की है — कि अब किसान की आवाज़ दबेगी नहीं, बल्कि पूरे देश में गूंजेगी।