HRDA द्वारा भगवानपुर में सुशासन कैंप, जनता को मिली बड़ी राहत प्राधिकरण के कार्य की हुई सराहना
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
हरिद्वार–रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि के मंत्र को साकार करते हुए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। तहसील भगवानपुर के सभागार में आज HRDA की ओर से सुशासन कैंप का सफल आयोजन किया गया। यह इस श्रृंखला का तीसरा सुशासन कैंप रहा, जिसमें बड़ी संख्या में आमजन अपनी समस्याओं के समाधान की उम्मीद लेकर पहुँचे।

सुशासन कैंप का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों को प्राधिकरण से जुड़े मामलों में त्वरित, पारदर्शी और सरल समाधान उपलब्ध कराना रहा। कैंप में भवन मानचित्र स्वीकृति, निर्गत, लंबित मामलों की समीक्षा सहित अन्य तकनीकी एवं प्रशासनिक समस्याओं पर मौके पर ही सुनवाई की गई।
कैंप में उपाध्यक्ष सोनिका के निर्देशन में अधिकारियों ने आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उनका त्वरित निस्तारण किया। उपाध्यक्ष सोनिका ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप जनता को बेवजह कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें, इसके लिए प्रत्येक मामले का समयबद्ध और पारदर्शी समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनता की संतुष्टि ही सुशासन की असली पहचान है।
सुशासन कैंप के दौरान कुल 41 मानचित्रों का निस्तारण किया गया, जिसमें 16 मानचित्र स्वीकृत किए गए तथा 25 मानचित्र निर्गत किए गए। एक ही मंच पर इतने बड़े स्तर पर मानचित्रों का समाधान होने से आवेदकों को बड़ी राहत मिली। कई मामलों में वर्षों से लंबित फाइलों का भी समाधान मौके पर ही कर दिया गया, जिससे लोगों का प्राधिकरण पर विश्वास और मजबूत हुआ।
कैंप में सचिव HRDA मनीष कुमार सिंह, संयुक्त सचिव दीपक रामचंद्र सेठ, अधीक्षण अभियंता राजन सिंह, सहायक अभियंता वर्षा, सहायक अभियंता प्रशांत सेमवाल, टेक्निकल कंसल्टेंट गोविंद, अवर अभियंता सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने समन्वय के साथ कार्य करते हुए समस्याओं का समाधान किया।
आवेदकों ने त्वरित कार्रवाई, सहज प्रक्रिया और अधिकारियों के सहयोगात्मक रवैये की खुले दिल से सराहना की। लोगों का कहना था कि इस प्रकार के कैंपों से न केवल समय की बचत होती है, बल्कि भ्रष्टाचार की संभावनाओं पर भी अंकुश लगता है।
सुशासन कैंप के माध्यम से HRDA ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य सरकार की जनहितकारी नीतियाँ जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू की जा रही हैं। लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कैंप आम जनता और प्रशासन के बीच की दूरी को कम करते हैं और वास्तविक अर्थों में सुशासन की अनुभूति कराते हैं।



