December 24, 2025

बिजली कटौती के खिलाफ कांग्रेस विधायकों का हल्ला बोल,कांग्रेस ने ऊर्जा निगम को घेरा

(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)

रुड़की। क्षेत्र में लगातार हो रही अघोषित बिजली कटौती को लेकर कांग्रेस विधायकों ने ऊर्जा निगम और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र जाति के सढ़ोली स्थित कैंप कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जनता के हितों की लड़ाई से वे किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे, चाहे इसके लिए उन्हें सौ मुकदमे ही क्यों न झेलने पड़ें।
कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि ऊर्जा निगम द्वारा आम जनता को सुबह और शाम के समय जानबूझकर बिजली कटौती कर परेशान किया जा रहा है। इससे लोगों के रोजमर्रा के जरूरी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता की इस परेशानी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यदि जरूरत पड़ी तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बीते रोज झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र जाति ने अघोषित बिजली कटौती के विरोध में रुड़की अधीक्षण अभियंता समेत ऊर्जा निगम के अन्य अधिकारियों के आवासों की बिजली काट दी थी। इस कार्रवाई के बाद ऊर्जा निगम की ओर से विधायक वीरेंद्र जाति और उनके समर्थकों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया। इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस विधायकों ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता कर ऊर्जा निगम पर सवाल खड़े किए।
झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र जाति ने कहा कि उन्होंने यह कदम पूरी तरह से जनहित में उठाया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को उन्होंने रुड़की अधीक्षण अभियंता व ऊर्जा निगम के अन्य अधिकारियों के बिजली कनेक्शन काटे थे, जिससे तिलमिलाकर निगम ने मात्र एक घंटे के भीतर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। उन्होंने कहा कि यदि आम उपभोक्ता का बिल बकाया होता है तो उसका कनेक्शन तुरंत काट दिया जाता है, फिर अधिकारियों के लिए अलग नियम क्यों?
मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश कहा जाता है और सरकार 24 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा करती है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। पूरे क्षेत्र में सुबह और शाम लगभग छह घंटे बिजली कटौती की जा रही है। उन्होंने कहा कि यूपीसीएल के नियमों के अनुसार यदि बिजली कटौती की जाती है तो इसकी सूचना अखबारों के माध्यम से उपभोक्ताओं को देना अनिवार्य है, लेकिन निगम इसका पालन नहीं कर रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि निगम की सह पर फैक्ट्रियों को ऊंची दरों पर बिजली बेची जा रही है और नारसन में पकड़ी गई बिजली चोरी इसका जीता-जागता उदाहरण है।
भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने कहा कि विधायक वीरेंद्र जाति द्वारा ऊर्जा निगम अधिकारियों के बिजली कनेक्शन काटना एक सराहनीय और सांकेतिक विरोध था। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को पहले भी विधानसभा में उठाया गया था, लेकिन इसके बावजूद हालात नहीं सुधरे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ तो पूरे जिले में इसी तरह का विरोध किया जाएगा।
पूर्व राज्यमंत्री डॉ. गौरव चौधरी ने कहा कि चाहे एससी हो या एक्शन, सरकारी विभाग पहले यह बताएं कि क्या उनके अपने बिजली बिल जमा हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या पुलिस थानों, नगर निगम और नगर पालिकाओं के बिजली बिल अपडेट हैं? उन्होंने कहा कि एक किसान का बिल बकाया होने पर मीटर तक उतार लिया जाता है, लेकिन अधिकारियों के लिए अलग नियम क्यों? उन्होंने कहा कि विधायक की यह ईर्ष्या नहीं, बल्कि जनता की आवाज है, जिसने जनप्रतिनिधियों को विधानसभा में भेजा है।
इस अवसर पर कलियर विधायक फुरकान अहमद, पिछड़ा वर्ग प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस डॉ. गौरव चौधरी, जोगिंदर सिंह, मांगेराम, मुनेश कुमार, अजय सिंह, नीतू कुमार, रविंद्र कुमार राव, रिजवान सहित अनेक कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

प्रमुख खबरे

error: Content is protected !!