December 16, 2025

भारत विकास परिषद के पांच सूत्रों से समाज को मिलती है नई दिशा: इंजीनियर राकेश गर्ग

(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)

रुड़की, 15 दिसम्बर।
भारत विकास परिषद समर्पण शाखा द्वारा पनियाला रोड स्थित शिवपुरम क्षेत्र के ज्ञानदीप पब्लिक स्कूल में गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य गुरु-शिष्य परंपरा को सम्मान देना, विद्यार्थियों में संस्कारों का संचार करना तथा समाज के प्रति उत्तरदायित्व की भावना को सुदृढ़ करना रहा। कार्यक्रम में शिक्षकों, विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं परिषद के पदाधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के संस्थापक प्रबंधक एवं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित पूर्व प्रधानाचार्य श्री बासुदेव पंत द्वारा सभी अतिथियों के पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मान के साथ किया गया। इसके उपरांत राष्ट्रीय गीत के सामूहिक गायन से कार्यक्रम को औपचारिक रूप से प्रारंभ किया गया।इस अवसर पर भारत विकास परिषद समर्पण शाखा के अध्यक्ष इंजीनियर राकेश गर्ग ने परिषद की विचारधारा और कार्यपद्धति पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद अपने “यथो नाम: तथो काम:” के उद्देश्य के अनुरूप समाज को नई दिशा देने के लिए पांच सूत्रों पर आधारित कार्य करती है। उन्होंने बताया कि इन सूत्रों में सबसे पहले समाज से संपर्क स्थापित कर सहयोग लिया जाता है, इसके पश्चात सहयोग के माध्यम से संस्कारों की चर्चा और उनमें सकारात्मक मूल्यों का समावेश किया जाता है। जब अच्छे संस्कार विकसित हो जाते हैं, तब सेवा भावना स्वतः उत्पन्न होती है और अंततः समर्पण भाव के साथ समाज व राष्ट्र के उत्थान के लिए कार्य किया जाता है। यही पांच सूत्र परिषद के प्रत्येक कार्य की आधारशिला हैं।डॉ. शालिनी पंत एवं डॉ. हेमलता सिंघल ने भारत विकास परिषद की स्थापना, उसके उद्देश्यों और सामाजिक योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परिषद शिक्षा, संस्कार और सेवा के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय के दो उत्कृष्ट, अनुशासित एवं अपने कर्तव्य के प्रति पूर्ण निष्ठावान शिक्षकों—अंकित कुमार एवं श्रीमती इंदु देवी—को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक सम्मान से अलंकृत किया गया। वहीं विद्यार्थियों में अनुशासन एवं शैक्षणिक क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए यशिका, आयुष, हेमा एवं अक्षत को सर्वश्रेष्ठ छात्र/छात्रा के रूप में सम्मानित किया गया।कार्यक्रम संयोजक श्री हर्ष प्रकाश काला ने गुरु-शिष्य परंपरा के महत्व पर अपने विचार रखते हुए कहा कि गुरु का मार्गदर्शन ही विद्यार्थी के जीवन को सही दिशा देता है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधीर चौधरी ने बच्चों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए दैनिक दिनचर्या, संतुलित आहार एवं नियमित व्यायाम के महत्व पर प्रकाश डाला।इसके अतिरिक्त श्री दिलीप प्रधान, श्री उमेश सिंघल एवं श्री निखिल पंत ने विद्यार्थियों को भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति को अपने जीवन में आत्मसात करने का संदेश दिया। प्रांतीय संयोजक संस्कार डॉ. राजीव गोयल ने बच्चों, अभिभावकों एवं उपस्थित सदस्यों को देश की उन्नति और सामाजिक समरसता के लिए शपथ दिलाई।कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती रेखा पंत ने इस प्रेरणादायक आयोजन के लिए भारत विकास परिषद समर्पण शाखा का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम सौहार्दपूर्ण वातावरण एवं सकारात्मक संदेश के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

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