रुड़की में दाह संस्कार के बीच हुई हत्या का पर्दाफाश, फरार साथी की तलाश तेज़! माधोपुर अंडरपास से पकड़ा गया हत्यारोपी नमन
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की। कोतवाली गंगनहर क्षेत्र में हुए चर्चित सोनू चौहान हत्याकांड का हरिद्वार पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मुख्य वांछित आरोपी नमन पुत्र रणधीर को गिरफ्तार करते हुए वारदात में इस्तेमाल किया गया चाकू और खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए हैं। पारिवारिक रंजिश के चलते अंजाम दिए गए इस हत्या मामले ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी।घटना 6 नवंबर 2025 की है, जब पश्चिमी अंबर तालाब निवासी सोनू चौहान अपने परिवार के एक युवक के दाह संस्कार में शामिल होने के बाद घर वापस लौट रहा था। तभी आरोपी नमन और उसके साथी आशीष ने रास्ते में सोनू पर अचानक हमला बोल दिया। चाकू से गर्दन और छाती पर कई वार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। परिजन उसे तुरंत सरकारी अस्पताल रुड़की ले गए, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।मृतक की पत्नी की तहरीर पर कोतवाली गंगनहर में मु0अ0सं0 555/2025, धारा 103(1) BNS के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने तुरंत एक विशेष टीम गठित कर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए।पुलिस टीम सक्रिय होकर क्षेत्र में लगातार दबिश दे रही थी। इस बीच मुखबिर से मिली महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर पुलिस ने माधोपुर अंडरपास के पास घेराबंदी की, जहाँ से भागने की फिराक में जुटे मुख्य आरोपी नमन को गिरफ्तार कर लिया गया। कड़ी पूछताछ में आरोपी नमन ने अपना अपराध स्वीकारते हुए बताया कि वह पिछले कई वर्षों से चले आ रहे पारिवारिक विवाद के कारण सोनू से गहरी रंजिश रखता था। उसे मौका मिलता ही उसने अपने भाई के साले सोनू चौहान पर जानलेवा हमला कर हत्या कर दी।आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त चाकू और खून से सने कपड़े भी टीन के छप्पर से बरामद कर लिए हैं। पुलिस टीम का कहना है कि फरार चल रहे दूसरे आरोपी आशीष की गिरफ्तारी के लिए भी लगातार दबिशें दी जा रही हैं और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।इस पूरे ऑपरेशन में कोतवाली गंगनहर प्रभारी निरीक्षक मनोहर भंडारी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक दीप कुमार, उप निरीक्षक प्रवीण बिष्ट, उ0नि0 नवीन कुमार, अपर उ0नि0 मनीष कवि, हेड कांस्टेबल संदीप, हेड कांस्टेबल अलियास, कांस्टेबल रणवीर, कांस्टेबल प्रभाकर और चालक कांस्टेबल लाल सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।पुलिस ने पकड़े गए आरोपी को आवश्यक विधिक कार्रवाई के बाद माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है। दूसरी ओर घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में दहशत और शोक का माहौल है। एक पारिवारिक विवाद ने न केवल एक जीवन खत्म कर दिया, बल्कि दो परिवारों को गहरे संकट में डाल दिया है।हरिद्वार पुलिस का कहना है कि इस प्रकार के गंभीर अपराधों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी ताकि समाज में भय और असुरक्षा का माहौल न बनने पाए।



