बौल्या काका’ का रूड़की में भव्य शुभारंभ, गढ़वाली संस्कृति और सामाजिक संदेशों से भरपूर है यह फिल्म, दर्शकों में दिखा गजब उत्साह
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की। उत्तराखंड की संस्कृति, सामाजिक सरोकारों और मनोरंजन का सुंदर संगम देखने को मिला जब 10 अक्टूबर को RR Cinema हरिद्वार रोड, रुड़की में गढ़वाली फिल्म बौल्या काका का भव्य शुभारंभ हुआ।
प्रतिदिन दोपहर 1:15 बजे फिल्म का नियमित शो लगाया जा रहा है और पहले ही दिन सिनेमा हॉल में दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।फिल्म के पहले शो के लिए दर्शक समय से पहले ही सिनेमाहॉल पहुंच गए। सबसे खास बात रही कि महिलाओं की उपस्थिति सबसे अधिक रही। कई महिलाओं ने घर के काम निपटाकर थोड़ा वक्त खुद के मनोरंजन के लिए निकाला। यह उत्तराखंडी समाज में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को भी दर्शाता है। निर्देशक शिव नारायण रावत के निर्देशन में बनी यह फिल्म सिर्फ मनोरंजन ही नहीं, बल्कि समाज को गहरा संदेश भी देती है। इसमें अंधविश्वास, नशा मुक्ति, देवी-देवताओं के प्रति आस्था और शराब से होने वाली बर्बादी को बहुत ही प्रभावशाली तरीके से दिखाया गया है। फिल्म उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों को भी शानदार ढंग से पेश करती है। मुख्य भूमिका में हेमंत पांडेय नजर आए, जिनके अभिनय ने दर्शकों को खूब प्रभावित किया। उनके साथ मुख्य अभिनेत्री शिवानी कुकरेती ने भी शानदार अभिनय किया। इसके अलावा मोहित घिल्डियाल, बिपिन सेमवाल, सुमन गौड़, रिया शर्मा, अशोक नेगी, दिनेश बौड़ाई और बाल कलाकार आर्यन बिष्ट ने अपने अभिनय से सभी का दिल जीता।गीत-संगीत ने फिल्म को और ऊंचा उठाया। कहानी के अनुरूप सुंदर गीत लिखे गए, जिसका श्रेय लकी गुसाईं को जाता है। फिल्मांकन और संपादन तकनीकी रूप से बेहद मजबूत रहा, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। फिल्म के शुभारंभ अवसर पर एस.एन. सिंह ने हर्ष प्रकाश काला (केंद्रीय अध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संघर्ष समिति) और भाजपा की पूर्व महिला अध्यक्षा प्रतिभा चौहान का स्वागत किया।
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष हर्ष प्रकाश काला ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में देवी-देवताओं का निवास होने के कारण यहां पूजा और आस्था का विशेष महत्व है। प्रत्येक परिवार को संरक्षण देने वाले यही देवी-देवता हैं और इसी भावना पर यह फिल्म आधारित है। उन्होंने कहा कि फिल्म में सभी कलाकारों ने बेहतरीन अभिनय किया है, गीत-संगीत भी बहुत अच्छा है और उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता को शानदार ढंग से दिखाया गया है। उन्होंने युवा पीढ़ी से अपील की कि वे इस फिल्म को अवश्य देखें और अधिक से अधिक लोग थिएटर में आकर इस फिल्म का आनंद लें।
वहीं एस.एन. सिंह ने कहा कि फिल्म का मूल उद्देश्य उत्तराखंड में पर्यटन की संभावनाओं को दिखाना और उसे बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों से हो रहे पलायन को रोकना हम सभी की जिम्मेदारी है ताकि अपनी संस्कृति और परंपरा को बचाया जा सके। इस फिल्म में उत्तराखंड के कलाकारों ने शानदार काम किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड में बड़ी संख्या में फौजी हैं, जो ड्यूटी से छुट्टी पर घर लौटते समय शराब की बोतल लेकर आते हैं और लोग उनके साथ बैठकर शराब पीते हैं। यही नशाखोरी कई बार परिवार और समाज पर गलत प्रभाव डालती है। फिल्म में इस समस्या को भी बहुत संवेदनशील तरीके से दिखाया गया है।
एस.एन. सिंह ने बताया कि रुड़की में पहली बार किसी सिनेमा हॉल में गढ़वाली फिल्म का प्रदर्शन किया जा रहा है, जो अपने आप में ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि अगर पहाड़ी लोग अपनी धरती छोड़कर अन्य जगह बस जाएंगे तो पहाड़ों की रक्षा कौन करेगा। इसलिए अपनी संस्कृति और जड़ों से जुड़े रहना ही हमारी असली ताकत है।
इस मौके पर ममता राणा, चेता चौहान, सरोजिनी जदली, भागीरथी गोनियाल, मंजू रावत और पुष्पा एठानी जैसी कई महिलाएं भी मौजूद रहीं।
📅 दैनिक शो समय: दोपहर 1:15 बजे
📍 स्थान: आर आर सिनेमा, हरिद्वार रोड, रुड़की
🎥 ‘बौल्या काका’ दर्शकों को न केवल गढ़वाली संस्कृति से जोड़ती है, बल्कि समाज में जागरूकता का संदेश भी देती है। यही वजह है कि पहले ही शो में फिल्म को शानदार प्रतिक्रिया मिली।





