बकाया भुगतान को लेकर किसानों की ऐतिहासिक महापंचायत — सरकार ने दिया पांच करोड़ का चेक, आंदोलन को मिली बड़ी जीत
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की। गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को लेकर रुड़की में ऐतिहासिक महापंचायत आयोजित की गई। उत्तराखंड किसान मोर्चा के नेतृत्व में हजारों किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली और अन्य वाहनों के साथ शहर में पहुंचे। इस दौरान किसानों ने शुगर मिलों द्वारा बकाया राशि न चुकाने को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार व मिल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों की एकजुटता और दृढ़ संकल्प के आगे अंततः प्रशासन और शुगर मिल प्रबंधन को झुकना पड़ा, जिसके बाद किसानों को पांच करोड़ रुपये का भुगतान चेक सौंपा गया।किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि गन्ना किसानों का लंबे समय से बकाया भुगतान रुका हुआ था। किसानों को अपनी मेहनत की फसल का उचित मूल्य और समय पर भुगतान न मिलने से नाराजगी लगातार बढ़ रही थी। यही वजह थी कि इस बार किसानों ने महापंचायत का रास्ता चुना ताकि उनकी आवाज सरकार और मिल प्रबंधन तक मजबूती से पहुंच सके।महापंचायत में हजारों की संख्या में किसान इकट्ठा हुए। ट्रैक्टर-ट्रॉली, बाइक और अन्य वाहनों के साथ किसानों के पहुंचने से शहर में जगह-जगह जाम की स्थिति बन गई। कई घंटों तक रुड़की हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।महापंचायत में किसान नेताओं ने स्पष्ट कहा कि अब किसान किसी भी तरह का अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। गन्ना किसानों को समय पर भुगतान उनका हक है। किसानों ने चेतावनी दी कि अगर आने वाले समय में बकाया भुगतान में देरी की गई तो आंदोलन और भी बड़ा रूप लेगा। मंच से किसानों ने एक सुर में सरकार और मिल प्रबंधन से पूरा बकाया शीघ्र चुकाने की मांग की।प्रशासन की मध्यस्थता में शुगर मिल प्रबंधन और किसान नेताओं के बीच वार्ता हुई, जिसमें तत्काल पांच करोड़ रुपये का भुगतान करने पर सहमति बनी। मिल प्रबंधन की ओर से किसानों को चेक सौंपा गया। यह खबर जैसे ही महापंचायत में पहुंची, किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई। मंच पर मौजूद किसान नेताओं ने इसे किसानों की बड़ी जीत बताया और कहा कि यह आंदोलन की ताकत है जिसने सरकार और प्रबंधन को झुकने पर मजबूर कर दिया।किसान नेता ने कहा — “हमने एकजुट होकर संघर्ष किया और आज उसका नतीजा हमारे सामने है। लेकिन यह सिर्फ शुरुआत है, जब तक पूरा बकाया भुगतान नहीं हो जाता, आंदोलन जारी रहेगा।”महापंचायत के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही। एसडीएम, तहसीलदार, पुलिस अधिकारी और प्रशासन के अन्य अधिकारी मौके पर डटे रहे। पूरे कार्यक्रम पर प्रशासन की पैनी नजर रही। किसान नेताओं ने कहा — “पूरे बकाया की अदायगी तक आंदोलन जारी रहेगा”
यह महापंचायत किसानों की एकता और संघर्ष का प्रतीक बनी। किसान अब केवल वादों पर नहीं, बल्कि हक के लिए सड़कों पर उतरने का संदेश दे चुके हैं।




