आईआईटी रुड़की में सामुदायिक आउटरीच के तहत गंगा नहर सफाई अभियान: पर्यावरण संरक्षण और नागरिक जिम्मेदारी की अनोखी पहल
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
रुड़की, उत्तराखंड — 15 अक्टूबर 2025 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (आईआईटी रुड़की) ने अपने सामुदायिक आउटरीच (कोर) पाठ्यक्रम के तहत गंगा नहर सफाई अभियान का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 300 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें स्नातक छात्र, एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) शाखा के सदस्य, संकाय सदस्य एवं संस्थान के कर्मचारी शामिल थे। सभी ने मिलकर पर्यावरण की स्वच्छता और सामुदायिक सहभागिता के प्रति अपनी जिम्मेदारी का परिचय दिया।
यह अभियान राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उन मूल सिद्धांतों को साकार करता है, जो नागरिक चेतना, सामाजिक जुड़ाव और अनुभवात्मक शिक्षा पर ज़ोर देते हैं। इस नीति का उद्देश्य छात्रों को केवल कक्षा तक सीमित न रखकर उन्हें समाज से जोड़ना और जिम्मेदार नागरिक बनाना है। गंगा नहर की सफाई में भाग लेकर छात्रों ने न केवल स्वच्छता का महत्व समझा, बल्कि सामुदायिक जुड़ाव और पर्यावरण संरक्षण की भावना को भी अनुभव किया
इस अवसर पर आईआईटी रुड़की के शैक्षणिक मामलों के कुलशासक प्रो. नवीन कुमार नवानी और छात्र कल्याण कुलशासक प्रो. बारजीव त्यागी ने संस्थान समुदाय से मिले अपार समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “इस तरह की पहल हमारे छात्रों में सहानुभूति और जनसेवा की भावना को बढ़ाती है। शिक्षा तभी सार्थक है जब वह समाज और पर्यावरण के लिए योगदान दे।”
संस्थान ने सिंचाई विभाग को रसद सहायता, अनुमति और सहयोग के लिए विशेष धन्यवाद दिया। विभाग के सहयोग से ही यह सफाई अभियान बड़े पैमाने पर सफलतापूर्वक आयोजित किया जा सका। गंगा नहर की सफाई के दौरान छात्रों ने प्लास्टिक, गंदगी और अन्य अपशिष्ट हटाकर स्वच्छता का संदेश दिया। इस अनुभव ने छात्रों को न केवल पर्यावरण संरक्षण का व्यावहारिक ज्ञान दिया, बल्कि सामूहिक रूप से समस्या समाधान की भावना भी विकसित की। यह अनुभवात्मक शिक्षा का एक बेहतरीन उदाहरण रहा, जो आने वाले समय में छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करेगा।
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने इस अवसर पर कहा कि यह अभियान संस्थान की उस सतत प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसमें सामाजिक जागरूकता, पर्यावरण संरक्षण और शैक्षणिक शिक्षा को एकीकृत किया जाता है। उन्होंने कहा, “एनईपी 2020 की भावना के अनुरूप इस तरह की पहल न केवल शिक्षा को अर्थपूर्ण बनाती है, बल्कि छात्रों को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित भी करती है।”
गंगा नहर सफाई अभियान न केवल एक पर्यावरणीय गतिविधि थी, बल्कि यह छात्रों में जिम्मेदारी, सेवा भावना और नागरिक चेतना को जागृत करने की दिशा में एक प्रभावशाली कदम भी रहा। आईआईटी रुड़की ने इस पहल के माध्यम से यह दिखा दिया कि उच्च शिक्षा संस्थान केवल ज्ञान के केंद्र नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन के वाहक भी हो सकते हैं।



