रुड़की में विनय विशाल और ऐरन हॉस्पिटल पर औचक कार्रवाई,10 सैंपल लिए गए ,मानक से कम गुणवत्ता वाली दवाओं पर होगी सख्त कार्रवाई
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
हरिद्वार में खांसी की दवाओं की गुणवत्ता और मानक सुनिश्चित करने के लिए औषधि नियंत्रण विभाग उत्तराखंड द्वारा चलाया जा रहा सघन निरीक्षण अभियान लगातार जारी है। विभाग की सख्त निगरानी और कार्रवाई के तहत मंगलवार और बुधवार को हरिद्वार और रुड़की क्षेत्र में औषधि निरीक्षकों की टीमों ने कई अस्पतालों और मेडिकल स्टोर्स का औचक निरीक्षण किया।वरिष्ठ औषधि निरीक्षक सुश्री अनीता भारती के नेतृत्व में औषधि निरीक्षक मेघा एवं विभागीय टीम ने सिडकुल क्षेत्र स्थित मैट्रो हॉस्पिटैलिटी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वहां से खांसी की दवाओं समेत कुल 5 सैंपल जांच हेतु एकत्र कर राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला को भेजे गए। टीम ने मेडिकल स्टोर्स पर दवाओं की वैधता, स्टोरेज की स्थिति, बिलिंग रिकॉर्ड और ड्रग लाइसेंस की गहन जांच की।वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती ने बताया कि औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा खांसी की दवाओं की गुणवत्ता जांच को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी मेडिकल प्रतिष्ठान में मानक उल्लंघन या बिना अनुमति औषधि विक्रय पाए जाने पर तत्काल नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि यह सघन अभियान औषधि आयुक्त श्री ताजबर सिंह जग्गी के निर्देशों पर पूरे प्रदेश में एक साथ चलाया जा रहा है, ताकि नागरिकों को केवल सुरक्षित और मानक गुणवत्ता की दवाएं ही उपलब्ध हो सकें।इसी क्रम में बुधवार को औषधि निरीक्षक हरीश के नेतृत्व में रुड़की क्षेत्र में भी व्यापक औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस दौरान विभागीय टीम ने विनय विशाल हॉस्पिटल से 7 सैंपल और ऐरन हॉस्पिटल से 3 सैंपल जांच हेतु एकत्र कर राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला को भेजे। निरीक्षण में मेडिकल स्टोर्स और अस्पतालों में स्टॉक रजिस्टर, बिलिंग सिस्टम, दवाओं की वैधता और स्टोरेज की स्थिति का गहनता से परीक्षण किया गया।औषधि निरीक्षक हरीश ने कहा कि रुड़की क्षेत्र में औषधि सैंपलिंग अभियान लगातार जारी रहेगा और किसी भी स्थिति में मानक से कम गुणवत्ता वाली दवाओं को बाजार में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यह कदम नागरिकों की सुरक्षा और जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया जा रहा है।वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती ने बताया कि अब तक जनपद हरिद्वार से कुल 40 सैंपल जांच हेतु राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला को भेजे जा चुके हैं। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद जिन कंपनियों या प्रतिष्ठानों में गड़बड़ी पाई जाएगी, उनके विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।औषधि आयुक्त श्री ताजबर सिंह जग्गी ने विभागीय टीमों की कार्यवाही की सराहना की और कहा कि औषधि गुणवत्ता सुनिश्चित करना जनस्वास्थ्य से जुड़ा अत्यंत संवेदनशील विषय है। इस दिशा में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभाग का यह अभियान आम नागरिकों को सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक ठोस कदम है। यह कार्रवाई प्रदेशभर में औषधि गुणवत्ता को लेकर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है, जिसके तहत किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।



