November 7, 2025

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के बयान पर सियासी भूचाल,भाजपा और दलित समाज सड़कों पर,किया पुतला दहन

(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)

उत्तराखंड की राजनीति में उस समय हलचल तेज हो गई जब कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष करण माहरा ने प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर टिप्पणी कर दी। उनके बयान के बाद न केवल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं में गुस्सा भड़क उठा, बल्कि दलित समाज ने भी इसे अपना अपमान मानते हुए खुलकर विरोध दर्ज कराया। रविवार को मंगलौर और आसपास के क्षेत्रों में भाजपा कार्यकर्ताओं तथा दलित समाज के लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया और करण माहरा का पुतला दहन किया।भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंगलौर बस अड्डे पर इकट्ठा होकर जोरदार नारेबाजी की। उनका कहना था कि माहरा द्वारा प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ की गई टिप्पणी पूरी तरह अस्वीकार्य है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयान जनता को स्वीकार नहीं हैं और इसका सीधा असर वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर दिखाई देगा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि कांग्रेस को अपने इस रवैये का राजनीतिक खामियाजा भुगतना पड़ेगा।इधर, इस पूरे मामले में दलित समाज भी मुखर हो गया है। गढ़वाल मंडल के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राजीव स्वरूप के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी से समाज में गहरा आक्रोश फैल गया। रविवार को मंगलौर हाईवे पर बड़ी संख्या में दलित समाज के लोग और अन्य सामाजिक वर्गों के नागरिक जुटे। इस दौरान लोगों ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का पुतला दहन किया और जमकर नारे लगाए।प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कांग्रेस नेताओं का यह रवैया दलित समाज का अपमान है। उन्होंने कहा कि राजीव स्वरूप दलित समाज के बेटे होने के साथ-साथ एक वरिष्ठ और ईमानदार अधिकारी हैं। ऐसे में उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणी करना न केवल व्यक्तिगत स्तर पर अपमान है, बल्कि पूरे समाज को नीचा दिखाने की कोशिश है। प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि इस घटना को समाज कभी नहीं भूलेगा और इसका जवाब कांग्रेस को आने वाले चुनावों में जरूर मिलेगा।प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस की आलोचना के साथ ही भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जमकर सराहना भी की गई। लोगों ने कहा कि धामी सरकार विकास कार्यों को प्राथमिकता दे रही है और प्रदेश में सामाजिक सौहार्द को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। इसके उलट कांग्रेस के नेता समाज को बांटने और विवाद पैदा करने वाले बयानों में उलझे हुए हैं।राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह विवाद आने वाले दिनों में और तूल पकड़ सकता है। भाजपा इस मुद्दे को बड़े राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकती है, वहीं कांग्रेस के लिए यह स्थिति मुश्किलें बढ़ा सकती है। दलित समाज का खुलकर विरोध करना कांग्रेस के लिए और भी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि यह समाज आगामी चुनावों में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष करण माहरा की वरिष्ठ अधिकारियों पर की गई टिप्पणी ने उत्तराखंड की राजनीति में बवाल खड़ा कर दिया है। भाजपा कार्यकर्ताओं से लेकर दलित समाज तक ने खुलकर विरोध जताया है। आने वाले समय में यह विवाद न केवल कांग्रेस के लिए सिरदर्द बनेगा, बल्कि प्रदेश की राजनीतिक सरगर्मी को और अधिक बढ़ा देगा।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

प्रमुख खबरे

error: Content is protected !!