September 13, 2025

सैनी सभा हरिद्वार की आम सभा में बड़ा फैसला,फर्जी कमेटी के खिलाफ प्रस्ताव पारित,51 सदस्यों की नई समिति गठित

(ब्योरो- दिलशाद खान) (रिपोर्ट- KNEWS18)

सैनी सभा जनपद हरिद्वार की आम सभा रविवार को ज्वालापुर में संपन्न हुई, जिसमें हरिद्वार, रुड़की, देहरादून, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, दिल्ली और हरियाणा से लगभग 5000 समाज के लोगो ने शिरकत की। यह सभा पहले सैनी आश्रम में प्रस्तावित थी, लेकिन फर्जी कमेटी विवाद के चलते स्थान परिवर्तन कर आयोजन किया गया। आश्रम में विवाद की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी और आश्रम के बाहर पुलिस फोर्स तैनात कर दिया।

सभा की अध्यक्षता कर रहे उपाध्यक्ष इंजीनियर करण सिंह सैनी ने फर्जी कमेटी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आश्रम की तीन लाख रुपये प्रतिदिन की आमदनी को देखते हुए कुछ लोगों की नीयत खराब हो गयी है। उन्होंने राम सिंह सैनी और उनके साथियों पर आश्रम की संपत्ति को एक बिल्डर के हाथों बेचने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है।
सभा में 51 सदस्यों की समिति गठित की गई जिसे आगामी कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही निर्णय लिया गया कि फर्जी समिति का समाज से पूरी तरह बहिष्कार किया जाएगा। करण सिंह सैनी ने बताया कि 15 अगस्त से पहले प्रयास किया जाएगा कि फर्जी समिति के खिलाफ प्रमाण एकत्र कर उन्हें हटाया जाए।
सभा में मौजूद डॉ. पहल सिंह सैनी ने कहा कि फर्जी कमेटी सैनी समाज को भ्रमित करने और समाज के अस्तित्व को खतरे में डालने का प्रयास कर रही है। उन्होंने समाज से आह्वान किया कि एकजुट होकर ऐसे षड्यंत्रों को बेनकाब किया जाए।

पारित किए गए प्रमुख प्रस्तावों में शामिल हैं:
1. सैनी सभा हरिद्वार की कार्यकारिणी जनवरी(2022-24) का कार्यकाल समाप्त होने पर लोकतांत्रिक चुनाव कर नई कार्यकारिणी का गठन।
2. सैनी आश्रम ज्वालापुर की देखरेख के लिए संयोजक मंडल की नियुक्ति।
3. फर्जी कमेटी बनाने वाले व्यक्तियों को आजीवन निष्कासित करने का प्रस्ताव।
4. समाज के सभी वर्गों को सदस्यता देकर उन्हें मतदान का अधिकार देने हेतु अभियान चलाने का निर्णय।
5. सदस्यता के लिए ₹10 वार्षिक शुल्क और ₹1 पंजीकरण शुल्क तय किया गया। कुल ₹3100 की रसीद परंपरागत प्रक्रिया के अनुसार जारी की जाएगी।
6. चुनाव अधिकारी की नियुक्ति कर गांव-गांव जाकर सदस्यता अभियान चलाया जाएगा जिसमे 5 से 7 हज़ार लोगो को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।

ई. करण सिंह सैनी ने यह भी बताया कि सैनी आश्रम की जमीन का बैनामा वर्ष 1922 में सैनी सभा के नाम हुआ था, जो उस समय सहारनपुर/मुजफ्फरनगर जनपद में आता था। देहरादून रजिस्ट्रार कार्यालय ने भी पुष्टि की है कि आश्रम का मालिकाना हक सैनी सभा जनपद हरिद्वार (रजि.) के नाम पर ही है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:
नवीन सैनी (सैनी आश्रम बचाओ संघर्ष समिति अध्यक्ष), पूर्व कैबिनेट मंत्री साहब सिंह सैनी, ई. करण सिंह सैनी, डॉ. पहल सिंह सैनी, डॉ. राजेश सैनी, राजवीर सिंह सैनी (हरियाणा), एडवोकेट वीरेश सैनी (सहारनपुर), मनोज सैनी, सुबोध सैनी, महक सिंह सैनी, पवन सैनी, प्रदीप सैनी, महेंद्र सिंह सैनी आदि।

सैनी समाज में फर्जी कमेटी विवाद को लेकर गंभीर तनाव बना हुआ है। आम सभा में लिए गए फैसलों और नई समिति के गठन से समाज में एकजुटता का संदेश दिया गया है, वहीं सैनी आश्रम को बचाने की दिशा में एक संगठित संघर्ष की नींव रखी गई है। 

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