हनुमान घाट क्षेत्र में अवैध निर्माण पर एचआरडीए की बड़ी कार्रवाई, भवन सील — एफआईआर दर्ज
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
हरिद्वार, 2 नवम्बर 2025।
हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) ने रविवार को हनुमान घाट क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। प्राधिकरण की टीम ने मौके पर पहुंचकर चल रहे अवैध निर्माण कार्य को तत्काल रोक दिया और संबंधित भवन को सील कर दिया।मिली जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई उस समय की गई जब भवन स्वामियों श्री कृष्ण बजाज और श्री प्रीतम बजाज ने एचआरडीए द्वारा पूर्व में लगाई गई सील तोड़कर निर्माण कार्य दोबारा शुरू कर दिया था। प्राधिकरण द्वारा इस निर्माण के विरुद्ध पहले ही उत्तराखंड नगर एवं ग्राम योजना तथा विकास अधिनियम, 1973 की धारा 27 एवं 28 के अंतर्गत नोटिस जारी किया गया था। इसके बावजूद सील तोड़कर निर्माण जारी रखना न केवल अवैध है, बल्कि यह आदेशों की अवमानना भी मानी जाएगी।एचआरडीए अधिकारियों ने बताया कि हनुमान घाट क्षेत्र हरकी पौड़ी के आसपास का संवेदनशील इलाका है, जहां किसी भी प्रकार के अनधिकृत निर्माण की अनुमति नहीं दी जा सकती। इस क्षेत्र को धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, इसलिए अवैध निर्माण पर सख्त निगरानी रखी जाती है।प्राधिकरण ने बताया कि भवन स्वामियों द्वारा बार-बार चेतावनी देने और नोटिस जारी करने के बाद भी नियमों का उल्लंघन किया गया, जिसके चलते यह कार्रवाई आवश्यक हो गई। मौके पर पहुंची एचआरडीए टीम ने निर्माण कार्य को बंद कराया और भवन को दोबारा सील कर दिया। साथ ही, संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर कोतवाली हरिद्वार में दर्ज कराई गई है।अधिकारियों ने कहा कि सील तोड़ना और बिना स्वीकृति निर्माण कार्य करना विधिक अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्राधिकरण ने चेतावनी दी है कि भविष्य में अगर कोई व्यक्ति या संस्था नियमों का उल्लंघन करते हुए बिना अनुमति निर्माण करती पाई गई, तो उसके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।एचआरडीए ने जनता से अपील की है कि वे भवन निर्माण कार्य शुरू करने से पहले प्राधिकरण से आवश्यक स्वीकृति और नक्शा अनुमोदन प्राप्त करें। बिना अनुमति निर्माण न केवल आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है, बल्कि कानूनी कार्रवाई के तहत भवन को तोड़ा भी जा सकता है।प्राधिकरण के एक अधिकारी ने कहा, “हरिद्वार की धार्मिक पहचान और सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखने के लिए नियमों का पालन आवश्यक है। अवैध निर्माणों से न केवल शहर की सुंदरता प्रभावित होती है, बल्कि सुरक्षा मानकों का भी उल्लंघन होता है। प्राधिकरण का उद्देश्य लोगों को परेशान करना नहीं, बल्कि शहर को व्यवस्थित और सुरक्षित रखना है।”एजेंसी ने यह भी संकेत दिया कि आने वाले समय में हरिद्वार और रुड़की क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण अभियान चलाए जाएंगे ताकि अवैध निर्माण पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके।इस कार्रवाई से एचआरडीए का संदेश साफ है — कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कोई रियायत नहीं, और शहर में निर्माण केवल नियमों के तहत ही होगा।



