November 7, 2025

धान की उपज का आकलन करने पहुंचे उपजिलाधिकारी रुड़की, रेंडम पद्धति से की गई क्रॉप कटिंग

(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)

रुड़की, 25 अक्टूबर 2025।
कृषि उत्पादन की सटीक जानकारी और किसानों के हित में सरकारी योजनाओं के प्रभावी संचालन हेतु उपजिलाधिकारी रुड़की द्वारा आज धान की उपज का आकलन करने के लिए ग्राम भंगेड़ी महावतपुर एहतमाल का दौरा किया गया। उपजिलाधिकारी ने इस अवसर पर स्वयं खेत में पहुंचकर क्रॉप कटिंग प्रयोग में भाग लिया। यह प्रक्रिया शकील अहमद के खेत, खसरा संख्या 22 में रेंडम पद्धति से आयोजित की गई। कार्यक्रम के दौरान उपजिलाधिकारी ने स्वयं धान की फसल की कटाई, मड़ाई और तुलवाने का कार्य कर फसल की वास्तविक उपज का निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों से उनके खेतों में बोए गए बीज की किस्म, उर्वरकों, कीटनाशकों और सिंचाई की विधियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा समय-समय पर किसानों के हित में अनेक योजनाएँ चलाई जाती हैं, जिनकी सटीकता सुनिश्चित करने के लिए क्रॉप कटिंग प्रयोग अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।उन्होंने बताया कि जिले में फसलों की औसत उपज और उत्पादन के आंकड़े इन्हीं प्रयोगों के आधार पर तैयार किए जाते हैं, जिनका उपयोग आगे चलकर फसल बीमा योजना, मुआवजा निर्धारण, और कृषि उत्पादन से संबंधित अन्य सरकारी योजनाओं के लिए किया जाता है। इस प्रकार, क्रॉप कटिंग न केवल प्रशासनिक प्रक्रिया का एक हिस्सा है, बल्कि यह किसानों को उनके वास्तविक उत्पादन के आधार पर उचित लाभ दिलाने का भी माध्यम है।उपजिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रयोग अत्यंत आवश्यक हो गया है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे उच्च गुणवत्ता वाले बीज, जैविक खाद, मृदा परीक्षण, और सिंचाई के आधुनिक साधनों का उपयोग करें ताकि कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को तकनीकी सहायता, प्रशिक्षण और आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है।उन्होंने आगे कहा कि बदलते मौसम और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए किसानों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना होगा। कृषि विभाग द्वारा समय-समय पर दी जाने वाली सलाह और योजनाओं का लाभ उठाकर किसान न केवल अपनी आय बढ़ा सकते हैं, बल्कि कृषि को एक सशक्त और आत्मनिर्भर व्यवसाय के रूप में विकसित कर सकते हैं।कार्यक्रम में राजस्व निरीक्षक सुभाष जमीनी, राजस्व कर्मी पीयूष नौटियाल, ग्राम प्रधान, बीडीसी सदस्य, बीमा कर्मी, तथा क्षेत्र के कई किसान मौजूद रहे। सभी ने उपजिलाधिकारी के इस प्रयास की सराहना की कि वे स्वयं मौके पर पहुंचकर किसानों के साथ सीधे संवाद कर रहे हैं और धरातल पर काम की समीक्षा कर रहे हैं।यह क्रॉप कटिंग कार्यक्रम न केवल आंकड़ों की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह किसानों में पारदर्शिता, विश्वास और तकनीकी जागरूकता बढ़ाने की दिशा में भी एक सकारात्मक कदम है। प्रशासन का यह प्रयास निश्चित रूप से कृषि क्षेत्र में सुधार लाने और किसानों को सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध होगा।

 

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