नक्शा पास नहीं,तो निर्माण नहीं HRDA ने भू माफिया व बिल्डरों को दी चेतावनी

(दिलशाद खान)(KNEWS18)
रुड़की/हरिद्वार, जुलाई 2025:
रुड़की-हरिद्वार विकास प्राधिकरण (HRDA) ने अवैध निर्माण और अनाधिकृत कॉलोनियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए ज़ोरदार कार्रवाई शुरू कर दी है। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह के निर्देशन में भू-माफियाओं और बिल्डरों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है, जिससे क्षेत्र में अवैध निर्माण पर शिकंजा कसने की कोशिश हो रही है।
प्राधिकरण के सहायक अभियंता डी.एस. रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते छह महीनों से विकास प्राधिकरण पूरी तरह ऑपरेशन मोड में है। हाल ही में रुड़की और मंगलौर में अवैध रूप से विकसित की जा रही दो कॉलोनियों पर बुलडोज़र चलाकर निर्माण ध्वस्त किया गया। डीएस रावत ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि बिना प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराए कोई भी निर्माण कार्य न किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अवैध निर्माण करता हुआ पाया जाता है, तो उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि किसी भी बिल्डर या भू-माफिया की बातों में आकर अपने मेहनत की कमाई को अवैध कॉलोनियों में न फंसाएं। प्लॉट खरीदने से पहले यह अवश्य जांच लें कि संबंधित क्षेत्र के लिए प्राधिकरण से नक्शा पास हुआ है या नहीं।
नए क्षेत्रों में सुधार के लिए चल रही है मुहिम
डीएस रावत ने बताया कि पहले जब विकास प्राधिकरण अस्तित्व में नहीं था, तब अनेक बिल्डरों ने मनमर्जी से बिना नक्शा पास कराए प्लॉटिंग और निर्माण कर मोटा मुनाफा कमाया। लेकिन अब नए और बाहरी क्षेत्रों में विकास प्राधिकरण सुधार की दिशा में ठोस कदम उठा रहा है।उन्होंने कहा कि उपाध्यक्ष अंशुल सिंह के नेतृत्व में बीते दो वर्षों से लगातार परंपराओं को तोड़ते हुए सिस्टम को पारदर्शी और प्रभावशाली बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
जनता को जागरूक करने का प्रयास
डीएस रावत ने लोगों से अपील की कि अपने सपनों का घर बनाने से पहले विकास प्राधिकरण से संपर्क कर लें और यह सुनिश्चित करें कि उस स्थान का नक्शा स्वीकृत है या नहीं। इससे न केवल मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि भविष्य में किसी तरह की कानूनी परेशानी से भी बचा जा सकेगा और स्वच्छ और शुद्ध वातारण मिलेगा।उन्होंने यह भी बताया कि अब लोग धीरे-धीरे जागरूक हो रहे हैं और नक्शा पास करवाकर वैध तरीके से निर्माण करवा रहे हैं, जिससे क्षेत्र में सुव्यवस्थित विकास की दिशा में बड़ी प्रगति हो रही है।