रुड़की और मंगलौर क्षेत्र में 3 दिन में 3 शव मिलने से सनसनी ग्रामीणों में दहशत,पुलिस हर पहलू से कर रही जांच
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
बीते तीन दिनों में रुड़की और मंगलौर क्षेत्र में लगातार तीन शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। घटनाओं की कड़ी में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि दो शव एक ही गांव के युवकों के हैं और दोनों ही पेड़ से लटके मिले हैं। इन घटनाओं ने ग्रामीणों में डर और आशंका का माहौल पैदा कर दिया है।मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत लहबोली गांव में एक युवक का शव पेड़ से लटका हुआ मिला। यह युवक उसी गांव का निवासी था, जहाँ दो दिन पहले भी एक अन्य युवक का शव पेड़ से लटका मिला था। लगातार एक ही गांव से दो युवकों के शव मिलने की खबर से ग्रामीण हैरान और परेशान हैं।स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों मृतक आपस में दोस्त थे और पिछले कई दिनों से साथ देखे जा रहे थे। लोगों में चर्चा है कि इन मौतों के पीछे कोई गहरी वजह हो सकती है। वहीं पुलिस इन घटनाओं को आत्महत्या की कड़ी मानकर भी जांच कर रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अचानक एक के बाद एक ऐसी घटनाएँ होना सामान्य नहीं है और इसकी गहन पड़ताल होनी चाहिए। इससे पहले 18 सितंबर को मन्नाखेड़ी गांव के जंगल में भी एक युवक का शव पेड़ से लटका हुआ मिला था। मृतक की पहचान मन्नाखेड़ी गांव निवासी युवक के रूप में हुई थी। घटना के बाद से ही मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों ने आशंका जताई है इधर, सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र में भी एक अज्ञात शव बंद पड़ी गंगनहर में मिला था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और शिनाख्त की कोशिश की जा रही है लगातार शव मिलने की इन घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत है। लोग दबी जुबान में तरह-तरह की चर्चाएँ कर रहे हैं कोई इसे आत्महत्या की श्रृंखला बता रहा है तो कोई इसे आपराधिक घटना मान रहा है। खासकर लहबोली गांव के लोग सहमे हुए हैं क्योंकि वहां दो दिन में दो युवकों ने पेड़ से लटककर अपनी जान दे दी।पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि सभी मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है। घटनास्थलों से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और हर पहलू से जांच की जा रही है। फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है ताकि मौतों की असल वजह का पता लगाया जा सके। पुलिस यह भी पड़ताल कर रही है कि क्या मृतकों पर किसी तरह का मानसिक दबाव था या इसके पीछे कोई और वजह है।ग्रामीणों का कहना है कि मृतक आपस में दोस्त थे ऐसे में उनकी मौतें संयोग मात्र नहीं हो सकतीं। वहीं पुलिस फिलहाल इन मामलों को आत्महत्या मानकर चल रही है, लेकिन सभी एंगल से जांच की जा रही है।लगातार तीन दिनों तक शव मिलने की घटनाओं ने पूरे मंगलौर और रुड़की क्षेत्र को हिला दिया है। लोग अब पुलिस और प्रशासन से उम्मीद कर रहे हैं कि सच्चाई जल्द सामने आए और क्षेत्र में फैली दहशत खत्म हो।



