रुड़की बाईपास पर 1831 एकड़ में बनेगा उत्तराखंड का सबसे बड़ा औद्योगिक पार्क,गांव-गांव पहुंचेगा रोज़गार,युवाओं की बदलेगी किस्मत
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
हरिद्वार। ग्रामीण अंचल में औद्योगिक विकास की गूंज अब तेज होती जा रही है। रुड़की तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत मिर्जापुर मुस्तफाबाद में आयोजित एक विशेष बैठक में ग्रामीणों ने बाइट वेब इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी एवं फूड पार्क परियोजना का स्वागत किया। बैठक में ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान मोहम्मद इश्त्याक ने कहा कि हमने अपनी बाढ़ग्रस्त जमीन देकर ऐसा सौदा किया है, जिसे आने वाली पीढ़ियां “लोहे के दाम पर सोना खरीदना” कहेंगी।पूर्व प्रधान ने बैठक के दौरान स्पष्ट किया कि गांव की सैकड़ों बीघा जमीन लंबे समय से बाढ़ से प्रभावित रही है। ऐसी भूमि को यदि उद्योग और विकास कार्यों के लिए दिया जा रहा है, तो यह ग्रामीणों के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि भूमि हस्तांतरण से न केवल मिर्जापुर मुस्तफाबाद बल्कि पूरे क्षेत्र को लाभ होगा।बैठक में इश्त्याक ने 50 बीघा जमीन औद्योगिक पार्क के लिए उद्योग महानिदेशक, उत्तराखंड को सौंपने का ऐलान किया। इस अवसर पर उन्होंने परियोजना के महाप्रबंधक पंकज शांडिल्य को लिखित समझौता पत्र भी सौंपा। महाप्रबंधक शांडिल्य ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि परियोजना से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे और गांव के युवाओं को अपने ही क्षेत्र में नौकरी एवं व्यवसाय के विकल्प मिलेंगे।गौरतलब है कि उत्तराखंड औद्योगिक पार्क स्थापना नीति – 2023 के अंतर्गत यह परियोजना प्रदेश की सबसे बड़ी औद्योगिक योजना के रूप में विकसित की जा रही है। रुड़की बाईपास रोड पर 1831 एकड़ भूमि पर बनने जा रहे इस पार्क में डंढेड़ी, खटका, जबरदस्तपुर, मोमिनपुर और मिर्जापुर मुस्तफाबाद की भूमि शामिल है। इनमें सबसे अधिक योगदान मिर्जापुर मुस्तफाबाद ग्राम पंचायत का है, जिसने इस विकास यात्रा में अग्रणी भूमिका निभाई है।पूर्व प्रधान इश्त्याक ने कहा कि इस औद्योगिक पार्क के निर्माण से क्षेत्र का कायाकल्प होगा। उन्होंने कहा – “यहां सिडकुल हरिद्वार से भी बड़ा औद्योगिक पार्क बनने जा रहा है। जब सिडकुल हरिद्वार से जुड़े गांवों की आर्थिक स्थिति बदल सकती है तो मिर्जापुर मुस्तफाबाद और इसके आसपास के गांव क्यों पीछे रहें? यह परियोजना क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर बदलने वाली है।”उन्होंने कहा कि इस भूमि की खरीद-बिक्री वर्षों से होती रही है, लेकिन इस बार यह लेन-देन अलग है। यह सौदा केवल खेत और जमीन का नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए रोजगार और समृद्धि का है। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि ग्रामीण अपने जीवनकाल में ही इस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर जाते देखेंगे।इस मौके पर ग्राम प्रधान विकास सैनी सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने भी परियोजना का समर्थन करते हुए कहा कि यह निर्णय आने वाले समय में गांवों की आर्थिक स्थिति सुधारने वाला साबित होगा। सभी ने एक स्वर में कहा कि औद्योगिक पार्क की स्थापना से गांव का हर परिवार प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से लाभान्वित होगा।इस बैठक ने स्पष्ट कर दिया कि अब ग्रामीण केवल खेती पर निर्भर नहीं रहना चाहते, बल्कि वे औद्योगिक विकास की राह पर चलकर अपने बच्चों को बेहतर भविष्य देना चाहते हैं।



